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AAB NEWS/ महारत्न सार्वजनिक प्रतिष्ठान पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (PFC-Power Finance Corporation) और विद्युत क्षेत्र में अग्रणी एनबीएफसी (NBFC-Non Banking Financial Company) ने 3 जनवरी, 2024 को गांधीनगर में गुजरात सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौता ज्ञापन का मुख्य उद्देश्य राज्य की उत्पादन, पारेषण और वितरण परियोजनाओं के लिए व्यापक वित्तीय सहायता देना है।

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर पीएफसी की अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक परमिंदर चोपड़ा और गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड (GUVNL) के प्रबंध निदेशक जय प्रकाश शिवहरे ने हस्ताक्षर किये। 

इस अवसर पर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, उच्च तथा तकनीकी शिक्षा, कानून और न्याय मंत्री रुशिकेश पटेल, गुजरात के मुख्य सचिव श्री राज कुमार, गुजरात के अपर मुख्य सचिव एस जे हैदर, प्रमुख सचिव (ऊर्जा एवं पेट्रोकेमिकल्स विभाग) ममता वर्मा, पीएफसी के  कार्यकारी निदेशक (परियोजनाएं-Projects)आर.के. चतुर्वेदी तथा (PFC & GUVNL),पीएफसी और जीयूवीएनएल और अन्य विद्युत कंपनियों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

गांधीनगर में हस्ताक्षर किया गया यह समझौता ज्ञापन गुजरात उर्जा विकास निगम लिमिटेड (GUVNL-Gujraat Urja Vikas Nigam), गुजरात राज्य विद्युत निगम लिमिटेड (GSECL), गुजरात एनर्जी ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (GETCO-Gujraat Energy Transmission Corporation Limited), दक्षिण गुजरात विज कंपनी लिमिटेड (DGVCL), मध्य गुजरात विज कंपनी लिमिटेड (MGVCL), पश्चिम गुजरात विज कंपनी लिमिटेड (PGVCL) और उत्तर गुजरात विज कंपनी लिमिटेड (UGVCL) द्वारा शुरू की गई विभिन्न परियोजनाओं को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह सहयोग इन विविध परियोजनाओं को लागू करने के लिए महत्वपूर्ण दीर्घकालिक ऋण तथा अन्य महत्वपूर्ण धन आवश्यकताओं को सुविधाजनक बनाने में सहायक होगा।

समझौता ज्ञापन के अनुसार परिकल्पित वित्तीय सहायता शानदार 25,000 करोड़ रुपये है। यह पूरे गुजरात में विभिन्न परियोजनाओं को सशक्त बनाने के लिए समर्पित है। यह पर्याप्त वित्तीय प्रतिबद्धता क्षेत्र में विद्युत अवसंरचना को मजबूत बनाने तथा विद्युत क्षेत्र में राज्य की महत्वाकांक्षी पहल का समर्थन करने के लिए पीएफसी की दृढ़ प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। विद्युत अवसंरचना के विस्तार की सुविधा के अतिरिक्त समझौता ज्ञापन अन्य बातों के साथ-साथ गुजरात में 10,000 रोजगार सृजन में भी मदद करेगा।

इस रणनीतिक गठबंधन से गुजरात में ऊर्जा स्थिरता और दक्षता का एक नया युग प्रारंभ होने की आशा है, जो परिवर्तनकारी बदलावों के लिए मंच तैयार करेगा तथा एक मजबूत और विश्वसनीय विद्युत अवसंरचना के लिए राज्य की परिकल्पना को साकार रूप देने के लिए प्रेरित करेगा।

इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर गुजरात के विद्युत परिदृश्य को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो राज्य के लोगों के लिए विश्वसनीय, स्थायी और सुलभ विद्युत के भविष्य के प्रति साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

 

 

Innovation-भारत की पहली हरित हाइड्रोजन मिश्रण परियोजना  हुयी शुरू

  • सूरत के आदित्यनगर में कवास टाउनशिप के घरों में एच2-एनजी (प्राकृतिक गैस) की सप्‍लाई करने के लिए व्‍यवस्‍था की गई है
  • यह परियोजना भारत को वैश्विक हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था के केंद्र में लाएगी
  • भारत न केवल अपने हाइड्रोकार्बन आयात बिल को कम करेगा बल्कि विश्व में हरित हाइड्रोजन तथा  हरित रसायन निर्यातक बनकर विदेशी मुद्रा भी अर्जित करेगा

 

कवास के परियोजना प्रमुख राम प्रसाद एनटीपीसी कवास टाउनशिप के पीएनजी नेटवर्क में ग्रीन हाइड्रोजन इंजेक्शन की शुरुआत करते हुए

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एनटीपीसी कवास ग्रीन एच2 मिश्रण परियोजना में इलेक्‍ट्रोलाइजर, हाइड्रोजन स्‍टोरेज तथा ब्‍लेंडिंग स्किड है

 

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एनटीपीसी लिमिटेड ने भारत की पहली हरित हाइड्रोजन मिश्रण परियोजना प्रारंभ की। एनटीपीसी कवास टाउनशिप, सूरत के पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) नेटवर्क में ग्रीन हाइड्रोजन मिश्रण प्रारंभ कर दी गई है। यह परियोजना एनटीपीसी तथा गुजरात गैस लिमिटेड (जीजीएल) का संयुक्त प्रयास है।

परियोजना से ग्रीन हाइड्रोजन के पहले मॉलिक्‍यूल को परियोजना प्रमुख श्री पी.रामप्रसाद ने एनटीपीसी कवास तथा जीजीएल के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में गतिमान बनाया।

मिश्रण अभियान प्रारंभ होने के बाद एनटीपीसी कवास ने जीजीएल अधिकारियों के सहयोग से टाउनशिप निवासियों के लिए जागरूकता कार्यशालाओं का आयोजन किया।

एनटीपीसी और जीजीएल ने 30 जुलाई 2022 को भारत के माननीय प्रधानमंत्री द्वारा आधारशिला रखे जाने के बाद रिकॉर्ड समय में इस महत्‍वपूर्ण उपलब्धि को प्राप्‍त करने की दिशा में लगातार काम किया है। यह आदित्यनगर, सूरत में कवास टाउनशिप के घरों को एच2-एनजी (प्राकृतिक गैस) की आपूर्ति करने के लिए तैयार है। कवास में ग्रीन हाइड्रोजन पहले से स्थापित एक मेगावाट फ्लोटिंग सौर परियोजना से बिजली का उपयोग करके पानी के इलेक्ट्रोलिसिस द्वारा बनाया गया है।

नियामक निकाय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस विनियामक बोर्ड (पीएनजीआरबी) ने पीएनजी के साथ ग्रीन हाइड्रोजन के 5 प्रतिशत वॉल्यूम मिश्रण के लिए मंजूरी दे दी है और मिश्रण स्‍तर को चरण के अनुसार 20 प्रतिशत तक पहुंचाया जाएगा। प्राकृतिक गैस के साथ मिलाए जाने पर ग्रीन हाइड्रोजन शुद्ध हीटिंग सामग्री को समान रखते हुए कार्बन उत्सर्जन को कम करता है।

यह उपलब्धि केवल ब्रिटेन, जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया जैसे कुछ गिने-चुने देशों द्वारा प्राप्‍त की गई है। यह भारत को वैश्विक हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था के केंद्र में लाएगा। भारत न केवल अपने हाइड्रोकार्बन आयात बिल को कम करेगा बल्कि विश्‍व में हरित हाइड्रोजन और हरित रसायन निर्यातक बनकर विदेशी मुद्रा अर्जित करेगा।


Achievement- NTPC  ने पिछले वर्ष की   तुलना में 11.6 प्रतिशत अधिक बिजली  बनाई

  1. एनटीपीसी ने अप्रैल-दिसंबर 2022 के दौरान स्‍टैंड एलोन (एकल) आधार पर 254.6 बिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 16.1 प्रतिशत अधिक है।
  2. एनटीपीसी ने 14.6 एमएमटी उत्पादन करके कैप्टिव कोयला उत्पादन में अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की।
  3. एनटीपीसी समूह की स्थापित क्षमता 70824 मेगावाट है
  4. कंपनी ने तीन गीगावॉट नवीकरणीय क्षमता को पार किया।

All About Business(AAB) NEWS भारत की सबसे बड़ी बिजली उत्पादक कंपनी एनटीपीसी ने अप्रैल-दिसंबर 2022 के दौरान 295.4 बिलियन यूनिट विद्यु उत्पादन किया। यह पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 11.6 प्रतिशत अधिक है। एकल (स्टैंडअलोन) आधार पर एनटीपीसी ने अप्रैल-दिसंबर 2022 के दौरान 254.6 बिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 16.1 प्रतिशत अधिक है।

कोयला संयंत्रों ने वित्‍त वर्ष 2023 में 9 महीने की अवधि के लिए 73.7 प्रतिशत का पीएलएफ दर्ज किया, जबकि यह वित्‍त वर्ष 2022 में समान अवधि के लिए 68.5 प्रतिशत था। एनटीपीसी का शानदार प्रदर्शन एनटीपीसी इंजीनियरों, संचालन और रखरखाव व्‍यवहारों तथा एनटीपीसी प्रणालियों की विशेषज्ञता का प्रमाण है।

इसके अतिरिक्‍त, एनटीपीसी ने 14.6 एमएमटी उत्पादन प्राप्त करके कैप्टिव कोयला उत्पादन में अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की है। यह पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 51 प्रतिशत अधिक है।

एनटीपीसी समूह की स्थापित क्षमता 70824 मेगावाट है। हाल ही में कंपनी ने तीन गीगावॉट नवीकरणीय क्षमता को पार किया है।

Online-Payment-become-mandatory-विद्युत-वितरण-कंपनी-द्वारा-एक-अप्रैल-से-कंपनी-के-केश-काउण्टर-किए -बंद

एएबी समाचार । मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा एक अप्रैल से कंपनी के केश काउण्टर बंद किए जा रहे हैं। उपभोक्ता अब एम.पी.ऑनलाईन, कॉमन सर्विस सेन्टर, एटीपी मशीन एवं पीओएस मशीन के द्वारा नगद भुगतान कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त कंपनी के पोर्टल portal.mpcz.in (नेट बैंकिंग, क्रेडिट/डेबिट कार्ड, यूपीआई, ईसीएस, ईबीपीएस, बीबीपीएस, केश कार्ड, वॉलेट, पेटीएम, गूगल पे, अमेजान पे, फोन पे आदि) एवं उपाय मोबाइल एप विकल्पों द्वारा ऑनलाइन बिल भुगतान की सुविधा उपभोक्ताओं को उपलब्ध रहेगी।

ऑनलाइन भुगतान के फायदे

  • ऑनलाइन भुगतान पर 5 से 20 रूपये तक की छूट मिलेगी।

  • उपभोक्ता को बिल भुगतान की तुरंत जानकारी मिलेगी।

  • उपभोक्ताओं के समय की बचत होगी।

  • ऑनलाइन भुगतान किसी भी समय कहीं से भी किया जा सकेगा।

मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक श्री विशेष गढ़पाले ने कंपनी कार्यक्षेत्र के सभी मैदानी अधिकारियों/कर्मचारियों को कहा है कि उपभोक्ताओं को बिल भुगतान में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हो और कंपनी को सतत् राजस्व मिलता रहे। इस संबंध में कंपनी कार्यक्षेत्र के सभी संभागीय कार्यालयों, जोन/वितरण केन्द्रों में बिजली बिल भुगतान के विकल्पों एवं नगद भुगतान के स्थानों की जानकारी डिस्पले बोर्ड के माध्यम से प्रदर्शित की जाएगी। कंपनी ने कहा है कि बिजली बिल भुगतान में होने वाली किसी भी प्रकार की समस्या के समाधान के लिए उपभोक्ता कंपनी के कॉल सेन्टर नंबर 1912 (टोल फ्री) अथवा नजदीकी जोन/वितरण केन्द्र में संपर्क कर सकते हैं।



Mp Power Consumer Get Relief

एएबी समाचार । राज्य शासन द्वारा कोरोना महामारी में प्रभावी लॉकडाउन के मद्देनजर  विद्युत उपभोक्ताओं को राहत देते हुए  प्रदेश के निम्नदाब गैर घरेलू एवं निम्नदाब औद्योगिक उपभोक्ताओं तथा उच्चदाब टैरिफ देयकों में स्थायी प्रभार की वसूली को स्थगित किया गया है। स्थगित राशि की वसूली माह अक्टूबर 2020 से मार्च 2021 के विद्युत देयकों के नियमित भुगतान के साथ 6 समान किश्तों में बिना ब्याज के की जायेगी।

Mp Power Consumer Get Relief

समय पर भुगतान भरने वाले उपभोक्ता को मिलेगी प्रोत्साहन राशि

प्रदेश के जिन उपभोक्ताओं (उच्चदाब सहित) द्वारा लॉकडाउन के चलते अप्रैल एवं मई माह में देय विद्युत बिलों का भुगतान सामान्य नियत तिथि तक किया गया है, उन्हें एक प्रतिशत की अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि (निम्नदाब उपभेक्ताओं को अधिकतम दस हजार तथा उच्चदाब उपभोक्ताओं को अधिकतम एक लाख रूपये) आगामी बिल में दी जा रही है। यह राशि विद्युत वितरण कंपनियों द्वारा वहन की जायेगी। वर्तमान मेंप्रदेश के कृषि उपभोक्ताओं को इंदिरा गृह ज्योति योजना के प्रावधानों के अंतर्गत लाभ दिया जा रहा है।


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Mp Power Consumer Get Relief

सम्बल योजना के हितग्राही को भरना होगा आधा बिल

प्रदेश के संबल योजना के हितग्राही के सभी घरेलू उपभोक्ता जो  हैं एवं जिनके माह अप्रैल, 2020 में देयक की राशि 100 रूपये तक थी, उनके आगामी तीन माह अर्थात् मई, जून एवं जुलाई, 2020 में देयक राशि 100 रूपये तक आने पर उनसे इन तीन माहों में मात्र 50 रूपये प्रतिमाह लिया जा रहा है।

Mp Power Consumer Get Relief

चार सौ तक बिल राशि वाले उपभोक्ता को महज सौ रूपए मासिक बिल

प्रदेश के ऐसे सभी घरेलू उपभोक्ता को भी राहत दी जा रही है । ऐसे सभी उपभोक्ता जिनके माह अप्रैल, 2020 में देयक की राशि 100 रूपये तक थी, उनके आगामी तीन माह अर्थात् मई, जून एवं जुलाई, 2020 में देयक राशि 100 रूपये से 400 रूपये तक आने पर उनसे इन तीन माहों में मात्र 100 रूपये प्रतिमाह की राशि ली जा रही है।

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चार सौ रूपए से अधिक बिल आने पर भरना होगा केवल आधा बिल

प्रदेश के ऐसे घरेलू उपभोक्ता जिनकी माह अप्रैल, 2020 में देयक राशि 100 रूपये से अधिक परन्तु 400 रूपये या उससे कम थी, उनके मई, जून एवं जुलाई, 2020 में देयक राशि 400 रूपये से अधिक आने पर उनसे इन माहों में देयक की राशि का मात्र 50 प्रतिशत लिया जा रहा है। ऐसे उपभोक्ताओं के देयकों की शेष 50 प्रतिशत राशि के भुगतान के संबंध में देयकों की जांच के बाद निर्णय लिया जायेगा।

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कृषि उपभोक्ता को सपाट दर से देना होगा बिल

गौरतलब है कि प्रदेश के कृषि उपभोक्ताओं को सपाट दर पर 10 अश्वशक्ति तक के पंप पर 700 रूपये प्रति अश्वशक्ति प्रतिवर्ष की दर से तथा 10 अश्वशक्ति से अधिक के सपाट दर उपभोक्ताओं को 1400 रूपये प्रति अश्वशक्ति प्रतिवर्ष की दर से बिजली दी जा रही है । इसके साथ ही एक हेक्टेयर तक कृषि भूमि वाले अनुसूचित जाति/जनजाति उपभोक्ताओं के 5 अश्वशक्ति तक के कनेक्शन में नि:शुल्क विद्युत प्रदाय किया जा रहा है।

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Selfie Based Attendance

एएबी समाचार | अब मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के कार्मिक सेल्फी से भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकेंगे। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा कोविड-19 के कारण उत्पन्न परिस्थितियों के दृष्टिगत कंपनी के अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा अपनी उपस्थिति दर्ज करने के लिये कंपनी में प्रचलित आधार आधारित बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली की वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में सेल्फी आधारित उपस्थिति प्रणाली लागू की जा रही है।

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 Selfie Based Attendance

इस प्रणाली में उपस्थिति दर्ज करने के लिये कार्मिक को अपने कार्यालय में निर्धारित शिफ्ट/समय पर उपस्थित होकर अपने स्वयं के मोबाईल से कंपनी के ‘‘प्रयास एप’’ को खोलकर सेल्फी के माध्यम से उपस्थिति दर्ज करना होगी। इसके माध्यम से कार्मिकों की उपस्थिति अक्षांश एवं देशांतर (Longitude/Latitude) के आधार पर दर्ज हो जाएगी तथा कार्यालय छोडते समय भी समान प्रक्रिया का पालन करना होगा। कार्मिक ऐसे स्थान से सेल्फी लेंगे, जहाँ से उनके बैठने का स्थान अथवा कार्य करने का स्थान स्पष्ट हो। इस संबंध में कंपनी ने आदेश लागू कर दिया है।

Selfie-based attendance : will replace Biometric Attendance

AAB NEWS | The Central Region Power Distribution Company of MP has now introduced a new Selfie Based Attendance Registration System to its employees. Selfie-based attendance system is being implemented by the Central Region Power Distribution Company as an alternative system of Aadhaar based biometric attendance system prevalent in the company to register its presence by the company officers / employees in view of the circumstances arising due to Covid-19.

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Selfie-based attendance : will be registered through Prayaas App

In order to register presence in this system, personnel must be present in their office on the scheduled shift / time and open their own "Prayaas app" from their own mobile and record their presence through selfie.


Through this, the presence of personnel will be recorded on the basis of longitude and latitude and the same procedure will have to be followed while leaving office. Personnel will take a selfie from a place from where their seating or working place is clear. In this regard the company has implemented the order .



 MPEB-ON-WHATSAPP :Register-Complains-on-Whatsapp
एएबी समाचार | बिजली उपभोक्ता कम्पनी के हेल्पलाईन नम्बर- 0755-2551222 को मोबाइल में दर्ज  कर व्हाट्सएप चेटबोट के माध्यम से अपनी शिकायत दर्ज कर उसकी स्थिति जान सकते हैं। उपभोक्ता विद्युत बिल को पीडीएफ फाइल के रूप में डाउनलोड भी कर सकते हैं। इसी तरह ऑनलाइन जमा किये गये विद्युत बिल की रसीद व्हाट्सएप चेटबोट के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिये उपभोक्ता को अपने मोबाइल से कम्पनी के उपभोक्ता सहायता फोन नम्बर-0755-2551222 पर 'Hi लिखकर व्हाट्सएप सन्देश  भेजना होगा। इसके बाद उपभोक्ता को एक से 10 विकल्पों  की सूची का संदेश प्राप्त होगा जिसमें:-
'1' for Register Quick Complaint for Power Supply, '2' for View LT Bill, '3' for View LT Payment Receipt, '4' for View HT Bill, '5' for View HT Payment Receipt, '6' for Register Complaint, '7' for View Existing Complaint Status, '8' for View Other Application Status, '9' for Link your mobile number to connection number and '10' for Self Reading.
इस सूची के अनुसार बिजली उपभोक्ता ऑप्शन्स नम्बर व्हाट्स एप संदेश भेज कर विद्युत संबंधित शिकायत दर्ज कर सकते हैं, बिल प्राप्त कर सकते हैं एवं भुगतान की पावती भी प्राप्त कर सकते हैं। व्हाट्सएप चेटबोट के माध्यम से कोई भी व्यक्ति अपने रिश्तेदार एवं मित्र के लिये भी विद्युत संबंधी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। बिजली आपूर्ति अवरुद्ध होने पर 5 से 10 मिनिट में UPAY एप अथवा टोल-फ्री नम्बर 1912 पर सम्पर्क कर सकते हैं।

उपभोक्ता इन बातों का रखें ध्यान
सभी उपभोक्ता अपने घर में एमसीबी (मिनिचेयर सर्किट ब्रेकर) स्विच जरूर लगाएं, जिससे बिजली प्रवाह में कोई गड़बड़ी होने पर आपूर्ति स्वत: बंद हो जाए और जान-माल की हानि न हो। घर में अर्थिंग होना चाहिये तथा समय-समय पर जाँच करना चाहिये। बिजली उपकरण अथवा वायरिंग गीली जगह पर नहीं होना चाहिये। इसे सुरक्षित होना चाहिये। बिजली के खम्बों से पशुओं को नहीं बाँधना चाहिये। टूटे हुए बिजली के तारों को हाथ न लगायें, तत्काल बिजली कम्पनी को सूचित करें।
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एएबी समाचार । ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह के निर्देशानुसार प्रदेश की तीनों विद्युत वितरण कंपनियों द्वारा रबी के मौसम के दौरान कृषकों को 10 घंटे बिजली देने के लिए प्रभारी मंत्री से अनुमोदन के बाद समय सारणी का निर्धारण कर दिया गया है। कटनी, जबलपुर, मंडला, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सागर, सिवनी, छतरपुर, टीकमगढ़, रीवा, सीधी, सतना, शहडोल जिलों  में 4+6 घंटे विद्युत प्रदाय किया जा रहा है। इसी तरह बाकी शेष जिले  समय सारणी को पाक्षिक स्तर पर आपस में बदल दिया जाता है।
मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कंपनी के अंतर्गत होशंगाबाद, ग्वालियर, भिण्ड, मुरैना, दतिया, गुना, अशोक नगर एवं श्योपुर जिलों में कृषि कार्य के लिये लगातार 10 घंटे विद्युत प्रदाय किया जा रहा है। सीहोर, राजगढ़, बैतूल, रायसेन, विदिशा, भोपाल एवं हरदा में जिला योजना समिति के अनुमोदन से 4+6 घंटे की समय सारणी लागू कर दी गई है।
पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अंतर्गत गैर कृषि फीडर पर 24 घंटे तथा 11 केव्ही कृषि फीडरों को दो भागों में क्रमश: ग्रुप ए व ग्रुप बी में विभक्त कर 10 घंटे विद्युत प्रदाय किया जा रहा है। छिंदवाड़ा, दमोह,  जिले में लगातार 10 घंटे विद्युत प्रदाय किया जा रहा है।
पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अंतर्गत 11 जिलों में प्रभारी मंत्री के अनुमोदन के बाद 4+6 घंटे की समय सारणी लागू कर दी गई है। खंडवा, बुरहानपुर, झाबुआ एवं रतलाम जिला योजना समिति की बैठक होना शेष होने के कारण पूर्ववत 4+6 समय सारणी लागू है।

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एएबी समाचार । मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक  मनीष सिंह ने निर्देशित किया है कि उपभोक्ताओं की बिलिंग संबंधी शिकायतों का निराकरण मैदानी स्तर पर तत्काल सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि मीटर सही होने पर औसत  बिलिंग नहीं की जाए। कंपनी ने स्पष्ट किया है कि यदि मीटर सही होने पर भी उपभोक्ताओं को औसत  बिल भेजे जाते हैं और ऐसी शिकायतें सही पाई जाती हैं, तो संबंधित अधिकारी के विरूद्ध कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। मैदानी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि आकस्मिक निरीक्षण कर उपभोक्ता परिसरों की जॉंच करें और यदि मीटर चालू होने के बाद भी औसत खपत के आधार पर बिल भेजे जा रहे हैं, तो संबंधित अधिकारियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करें।मीटर खराब होने पर ही उपभोक्ताओं को औसत बिलिंग के आधार पर बिल जारी किए जाएं।
  उन्होंने कहा कि किसी भी अवस्था में बिलिंग दक्षता 80 फीसदी से कम नहीं होना चाहिए। शहरी क्षेत्रों में 90 फीसदी का लक्ष्य रखा जाए। प्रबंध संचालक सिंह गोविन्दपुरा स्थित कंपनी मुख्यालय में वाणिज्य विभाग के अंतर्गत वाणिज्यिक कार्यों से जुड़े एएमआर सेल, बीआई सेल, विजिलेंस, बकाया राशि वसूली, बिलिंग, डिमांड आदि कार्यों की समीक्षा कर रहे थे।
कंपनी ने स्पष्ट किया है कि मीटर रहित कनेक्शनों में टैरिफ आदेश के प्रावधान के अनुसार बिलिंग की जाए। एवरेज बिलिंग की समस्या के निराकरण तथा उपभोक्ता द्वारा उपभोग की गई विद्युत की खपत के सही आकलन के लिए खराब या जले मीटरों को एक कार्य-योजना बनाकर तत्काल बदलना सुनिश्चित किया जाए। जिन कनेक्शनों में मीटर नहीं है, उन पर तत्काल मीटर लगाए जाए।

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एएबी समाचार / मप्र में बिजली कम्पनी ने मैदानी अमले और सतर्कता शाखा  को सघन जाँच अभियान चलाकर बिजली चोरी पर कानूनी कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं। कम्पनी ने कहा है कि घरों में प्रकाशीय साज-सज्जा बिजली कनेक्शन में स्वीकृत भार के अनुसार ही करें। व्यवसाइयों से नियमानुसार अस्थाई दुकानों के लिये अस्थाई कनेक्शन लेकर ही बिजली का उपयोग करें।
इसी सिलसिले में ऊर्जा मंत्री  प्रियव्रत सिंह ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि दीपावली के पर्व पर विद्युत लाइन के आसपास आतिशबाजी नहीं करें। उन्होंने कहा है कि पटाखे सुरक्षित स्थान पर फोड़ें। पटाखा व्यवसायी बिजली लाइन और ट्रांसफार्मर के आसपास दुकान नहीं लगायें।