फ़रवरी 2023

FSSAI Guidance Notes-मिलेट्स  होते हैं कैल्शियम, आयरन, फास्फोरस  और सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर

AAB NEWS /
भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने भारत के राजपत्र में अधिसूचित खाद्य सुरक्षा और मानक (खाद्य उत्पाद मानक और खाद्य योजक) द्वितीय संशोधन विनियम, 2023 के माध्यम से बाजरा (मिलेट्स) के लिए एक व्यापक समूह मानक तय किया है और इसे 1 सितंबर, 2023 से लागू किया जाएगा।

मिलेट्स छोटे दाने वाली खाद्य फसलों का एक समूह है जो सूखे और अन्य चरम मौसम स्थितियों में भी पैदा होती हैं और इन्हें उर्वरक और कीटनाशक जैसे कम रसायनिक पदार्थों की जरूरत होती है। अधिकांश मिलेट्स भारत की मूल फसलें हैं और वे मानव शरीर के सामान्य कामकाज के लिए आवश्यक अधिकांश पोषक तत्व प्रदान करती हैं। 

मिलेट्स ग्लूटन-फ्री भी होते हैं; ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) में कम; और कैल्शियम, आयरन, फास्फोरस आदि सहित आहार फाइबर और सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर होने की वजह से मिलेट्स सही मायनों में हमारे दैनिक आहार का एक अभिन्न अंग होना चाहिए।

एफएसएसएआई गाइडेंस नोट ("बाजरा - पोषक-अनाज") मिलेट्स की खपत के पोषण संरचना और लाभों के बारे में अधिक जानकारी प्रदान करता है। मिलेट्स के बारे में जागरूकता बढ़ाने और उत्पादन और खपत को बढ़ावा देने के लिए, अप्रैल 2018 में मिलेट्स को "न्यूट्री अनाज" के रूप में फिर से ब्रांड किया गया और "2018" को मिलेट्स के राष्ट्रीय वर्ष के रूप में नामित किया गया। 

बाद में, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने मार्च 2021 में अपने 75वें सत्र में 2023 को इंटरनेशनल मिलेट्स ईयर घोषित किया। यह वैश्विक उत्पादन, कुशल प्रसंस्करण और फसल रोटेशन के बेहतर उपयोग को बढ़ाने और फूड बास्केट के प्रमुख घटक के रूप में मिलेट्स को बढ़ावा देने का अवसर प्रदान करेगा।

वर्तमान में, खाद्य सुरक्षा और मानक (खाद्य उत्पाद मानक और खाद्य योजक) विनियमों, 2011 में केवल कुछ मिलेट्स जैसे सोरघम (ज्वार), साबुत और छिले हुए मिलेट अनाज (बाजरा), रागी और चौलाई जैसे कुछ मिलेट्स के लिए व्यक्तिगत मानक निर्धारित हैं। 

एफएसएसएआई ने अब घरेलू और वैश्विक बाजारों में अच्छी गुणवत्ता (मानकीकृत) मिलेट्स की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए 15 प्रकार के मिलेट्स के लिए एक व्यापक समूह मानक तैयार किया है जिसमें 8 गुणवत्ता मानकों को रेखांकित किया गया है, जैसे कि- नमी की मात्रा, यूरिक एसिड की मात्रा, बाहरी पदार्थ, अन्य खाद्य अनाज, डिफेक्ट्स, घुन वाले अनाज और अपके और सूखे अनाज की अधिकतम सीमा।

समूह मानक निम्नलिखित मिलेट्स पर लागू होता है:

1. अमरांथस (चौलाई या राजगिरा)

2. बार्नयार्ड मिलेट्स ((समेकचावल या सनवा या झंगोरा)

3. ब्राउन टॉप (कोरले)

4. कुट्टू

5. क्रैब फिंगर (सिकिया)

6. रागी या मंडुआ

7. फोनियो (आचा)

8. फॉक्सटेल मिलेट (कंगनी या काकुन)

9. जॉब्स टीयर्स (एडले)

10. कोदो

11. कुटकी

12. बाजरा

13. प्रोसो मिलेट (चीना)

14. ज्वार

15. टेफ़ (लवग्रास)

AIR WAVE DEFENDER- मानव शरीर को बचाता है विद्युत् चुम्बकीय किरणों के दुष्प्रभाव से

AAB NEWS/
विद्युत और चुंबकीय क्षेत्र (
EMF ) विकिरण एक प्रकार की ऊर्जा है जिसे ज्यादातर केवल विकिरण के रूप में संदर्भित किया जाता है। जब कोई इस विकिरण के संपर्क में आता है, तो यह कोशिकाओं पर चयापचय प्रक्रियाओं और जैविक प्रभावों को प्रभावित कर सकता है, शारीरिक ऊतक की रासायनिक संरचना में व्यवधान को उत्तेजित कर सकता है। यदि बार-बार उजागर किया जाए, तो शरीर की विद्युत धाराएं बदलना शुरू हो सकती हैं।

दुर्भाग्य से, मानव शरीर लगातार ईएमएफ विकिरण के संपर्क में रहता है, यहां तक कि घर पर भी। विद्युत धारा ले जाने वाला कोई भी तार इस विकिरण को बंद कर सकता है, जिसमें माइक्रोवेव, वाशिंग मशीन और रेफ्रिजरेटर शामिल हैं। 

जब कोई व्यक्ति इनमें से किसी भी उपकरण से दूर चला जाता है, तो वे उतना उजागर नहीं होते हैं, लेकिन नुकसान बना रहता है। संभावित नुकसान को रोकने की दिशा में पहला कदम घर के भीतर शरीर की सुरक्षा करना है, और यहीं पर AIR WAVE DEFENDER काम आता है।

AIR WAVE DEFENDER किसी भी कमरे में काम करता है, व्यक्तियों के लिए ईएमएफ विकिरण जोखिम के जोखिम को काफी कम करने में मदद करता है। उत्पाद का उद्देश्य उपयोगकर्ताओं को होमियोस्टेसिस प्राप्त करने में मदद करना है, जो शरीर में सभी प्रणालियों में संतुलन है जो कार्य करने के लिए महत्वपूर्ण है और (अंततः) उनके जीवन को बनाए रखता है। हालांकि इस परिवर्तन का परिमाण भारी लगता है, होमोस्टैसिस सब कुछ को विनियमित करने की कुंजी है। इसलिए जो लोग एयरवेव डिफेंडर खरीदते हैं वे अक्सर निम्नलिखित अनुभव करते हैं:

● बेहतर नींद
● बेहतर विश्राम
● कम चिंता
● बेहतर ऊर्जा स्तर
● अधिक प्रतिरक्षा

पूर्ण कवरेज प्रदान करने का एकमात्र तरीका घर के प्रत्येक कमरे के लिए एक एयरवेव डिफेंडर प्राप्त करना है। प्रत्येक कमरे में कोई न कोई उपकरण होता है जो ईएमएफ विकिरण आवृत्तियों को जारी करता है, चाहे वह एक टेलीविजन, अलार्म घड़ी या कोई अन्य उपकरण हो। वास्तविकता यह है कि ये उपकरण आजकल रोजमर्रा की जिंदगी का एक आवश्यक हिस्सा हैं, और इसका समाधान उन्हें दूर करना नहीं है। इसके बजाय, एक उपकरण का उपयोग करना जो उनके उत्सर्जन से रक्षा कर सकता है, सुरक्षित रूप से तकनीक को छोड़े बिना शरीर की रक्षा करने का एक आसान तरीका है।

यह काम क्यों करता है?


AIR WAVE DEFENDER की सफलता की कुंजी इसकी जैव-ऊर्जावान प्रौद्योगिकी से आती है, जो कुछ तरीकों से मदद करती है। जब EMF विकिरण इसके ग्रिड के संपर्क में आता है, तो यह तुरंत आवृत्तियों को बेअसर करना शुरू कर देता है, जिससे शरीर को सुरक्षित रूप से EMF जोखिम को बिना किसी खतरे के संभालने में मदद मिलती है, जैसा कि आमतौर पर होता है। 

AIR WAVE DEFENDER के उत्पाद अपनी क्वांटम स्केलर टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हैं, जो छोटे ग्रिड से निकलती है। जैसे ही यह ऊर्जा जारी होती है, यह स्वाभाविक रूप से एक कंपन आवृत्ति उत्पन्न करती है जो आमतौर पर ईएमएफ विकिरण में पाई जाने वाली आवृत्ति के साथ सामंजस्य स्थापित करती है, जो आसपास के वातावरण को बेअसर करने में मदद करती है। इस आवृत्ति को क्वांटम स्तर पर बेअसर करके, उपभोक्ता ईएमएफ के खतरों से अधिक प्रभावी ढंग से अपनी रक्षा कर सकते हैं।



 
AAB NEWS/ डिजी यात्रा एक बायोमीट्रिक बोर्डिंग सिस्‍टम है जिसमें‘चेहरे की पहचान तकनीक’ का उपयोग किया जाता है, ताकि हवाई अड्डों पर यात्रियों को निर्बाध और परेशानी मुक्त अनुभव हो सके। चूंकि इसके तहत अनेक टचप्वाइंट्स पर टिकट एवं आईडी का सत्यापन कराने की आवश्यकता समाप्त हो जाती है, इसलिए ऐसे में यात्रि‍यों को कहीं ज्‍यादा सुखद अनुभव होता है। यही नहीं, इसके तहत एक डिजिटल फ्रेमवर्क का उपयोग किया जाता है जिससे मौजूदा बुनियादी ढांचागत सुविधाओं के जरिए ही कहीं ज्‍यादा यात्रि‍यों का आवागमन सुनिश्चित हो जाता है।

डिजी यात्रा को समस्‍त हवाई अड्डों पर चरणबद्ध तरीके से लॉन्च किया जा रहा है। प्रथमचरण में इसे माननीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया द्वारा 01.12.2022 को दिल्ली, बेंगलुरू और वाराणसी हवाई अड्डों पर लॉन्च किया गया था। प्रथम चरण में डिजी यात्रा को मार्च 2023 तक कोलकाता, पुणे, विजयवाड़ा और हैदराबाद हवाई अड्डों पर भी लॉन्च करने की योजना बनाई गई है।

डिजी यात्रा एक स्वैच्छिक सुविधा है। डिजी यात्रा प्रक्रिया में यात्रियों की व्यक्तिगत पहचान योग्य सूचना डेटा का कोई सेंट्रल स्टोरेज नहीं होता है। हवाई यात्री के सभी डेटा को एन्क्रिप्ट किया जाता है एवं इसे यात्री के स्मार्टफोन के वॉलेट में स्‍टोर किया जाता है और इसे केवल एक सीमित समयावधि के लिए यात्रा के आरंभिक या मूल स्‍थान वाले हवाई अड्डे के साथ साझा किया जाता है जहां यात्री की डिजी यात्रा आईडी को सत्यापित करने की आवश्यकता होती है। इस डेटा को उड़ान के 24 घंटे के भीतर ही संबंधित सिस्टम से हटा दिया जाता है।

1 दिसंबर 2022 से लेकर 14 फरवरी 2023 तक हवाई अड्डों पर डिजी यात्रा प्रक्रिया का उपयोग करने वाले यात्रियों की कुल संख्या 1.6 लाख से भी अधिक आंकी गई है। एंड्रॉयड प्ले स्टोर और आईओएस एप्पल ऐप स्टोर पर डिजी यात्रा के कुल ऐप उपयोगकर्ताओं की संख्‍या 422000 आंकी गई है।

 

डिजी यात्रा का उपयोग करने वाले यात्रियों की संख्या में वृद्धि:

डिजी यात्रा का उपयोग करने वाले यात्रियों की संख्या में निरंतर वृद्धि हुई है।

 

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वाराणसी- डिजी यात्रा के उपयोगकर्ताओं की संख्या 1 दिसंबर 2022 को कुल यात्रियों के 0.09 प्रतिशत से बढ़कर 13 फरवरी 2023 को कुल यात्रियों के 28 प्रतिशत के उच्‍च स्‍तर पर पहुंच गई है, जो कि गत 2 फरवरी को कुल यात्रियों का सर्वाधिक 37 प्रतिशत रही है। 

 

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नई दिल्ली

 

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बेंगलुरू

 

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Khadi Cotton Weavers-कारीगरों की मासिक आय में 33% कीहोगी  वृद्धि

 
AAB NEWS/ खादी और ग्रामोद्योग आयोग की 694वीं बैठक मनोज कुमार की अध्यक्षता में 30 जनवरी, 2023 को गुजरात के कच्छ में आयोजित हुई। इस दौरान, प्रधानमंत्री की प्रेरणा और खादी कपास-बुनकरों के योगदान को ध्यान में रखते हुए खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने श्रमिकों की आय में बढ़ोतरी के लिए उनका मेहनताना 7.50 रुपये प्रति लच्छे से बढ़ाकर 10 रुपये प्रति लच्छा करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया गया। इस पहल से कारीगरों की मासिक आय में लगभग 33% की वृद्धि होगी और बुनकरों की मजदूरी में 10% की वृद्धि होगी। यह फैसला पहली अप्रैल 2023 से प्रभावी होगा।

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी लगातार राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मंचों पर खादी तथा ग्रामोद्योग उत्पादों को खरीदने के लिए अपील कर रहे हैं ताकि गरीब से गरीब व्यक्ति को अधिक से अधिक कार्य करने का अवसर दिया जा सके और उनकी आय में वृद्धि हो सके। इस तरह के प्रयासों के परिणामस्वरूप हमारे कारीगरों के हाथ में अधिक आमदनी होगी।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो प्रसारण कार्यक्रम "मन की बात" के माध्यम से खादी को खरीदने के लिए देशवासियों से कई बार अपील की है। उन्होंने "विशेष रूप से युवाओं" को इस पहल में आगे आने का आह्वान किया है। 

इसके सकारात्मक असर से साल दर साल खादी उत्पादों की रिकॉर्ड बिक्री हुई है। प्रधानमंत्री ने खादी को लोकप्रिय बनाने के लिए बार-बार "खादी फॉर नेशन, खादी फॉर फैशन एंड खादी फॉर ट्रांसफॉर्मेशन" के आदर्श वाक्य के साथ खादी को अपनाने तथा उत्पादन एवं बिक्री बढ़ाने के हर संभव प्रयास की सराहना की है।

इस अवसर पर केवीआईसी के अध्यक्ष श्री मनोज कुमार ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-2022 में खादी और ग्रामोद्योग उत्पादों का उत्पादन 84,290 करोड़ का और बिक्री 1,15,415 करोड़ की हुई थी। इस साल 2 अक्टूबर को खादी इंडिया के कनॉट प्लेस बिक्री केंद्र ने एक ही दिन में 1.34 करोड़ रुपये की खादी उत्पाद बेचने का नया रिकॉर्ड बनाया है। 

जिसका श्रेय हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देश की जनता को खादी खरीदने के लिए किए गए आह्वान को जाता है। इसके अलावा खादी उत्पादन एवं विक्रय कार्य में लगे लाखों कारीगरों और अथक परिश्रम खादी श्रमिकों की भी इस कार्य में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका है।

इसके अलावा, अध्यक्ष श्री मनोज कुमार ने कहा कि, ग्रामीण स्तर पर खादी श्रमिकों को प्रोत्साहित करने और खादी उत्पादन बढ़ाने के उद्देश्य से केवीआईसी कई कार्यक्रम आयोजित करता रहता है। 

इसी क्रम में पिछले कुछ महीनों में खादी श्रमिकों, देश के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत संस्थाओं और खादी संगठनों के साथ खादी संवाद की श्रृंखला का आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य खादी से जुड़े लोगों के लिए इष्टतम रोजगार सृजित करके ग्रामीण-अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाना है। 

 श्री मनोज कुमार ने खादी कारीगरों एवं श्रमिकों की समस्या को समझने तथा उनमें नई ऊर्जा का संचार करने के लिए सीधे उनसे बातचीत की।

केवीआईसी के अध्यक्ष ने कहा कि खादी क्षेत्र के सूत कातने वालों तथा बुनकरों ने खादी का उत्पादन बढ़ाने में विशेष योगदान दिया है और खादी संवाद के दौरान उन्हें यह जानकारी मिली थी कि श्रमिकों के पारिश्रमिक को बढ़ाने की मांग दशकों से लंबित है। उन्होंने कहा कि इस महत्वपूर्ण विषय को गंभीरता से लिया गया।

  श्री मनोज कुमार ने बताया कि उनकी अध्यक्षता में आयोजित केवीआईसी की 694वीं बैठक में एक विशेष निर्णय लिया गया, जिसके तहत श्रमिकों एवं कारीगरों की आय में वृद्धि करने तथा अधिक से अधिक देशवासियों को खादी की ओर आकर्षित करने के लिए पारिश्रमिक में 33 प्रतिशत संशोधन करने का प्रस्ताव किया गया।

केवीआईसी ने खादी श्रमिकों एवं खादी संगठनों की इस मांग पर विचार करते हुए अपनी 694वीं बैठक में खादी-ग्रामोद्योग कार्यक्रम से जुड़े श्रमिकों के हाथों में अधिक से अधिक धन उपलब्ध कराने, उनकी आय के स्रोत बढ़ाने तथा उनकी आर्थिक स्थिति को और बेहतर करने का निर्णय लिया। यह ऐतिहासिक फैसला एक मजबूत, समृद्ध और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सहायता करेगा।

खादी को वैश्विक स्तर पर स्थानीय परिधान बनाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले 9 वर्षों के दौरान खादी के प्रति अपने आकर्षण और प्रेम से खादी को पुनर्जीवित किया है, जिसके परिणामस्वरूप खादी सहित भारत के स्वदेशी उत्पादों की मांग में बहुत वृद्धि हुई है, इस निर्णय से खादी क्षेत्र में खुशी की लहर आई है। खादी क्षेत्र को लगातार एक बड़ा प्रोत्साहन मिल रहा है, जो अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उत्पन्न करेगा।

Ajivika Mission- महापौर ने किया महिला स्व-सहायता समूह के जूस केंद्र का उद्घाटन

AAB NEWS
राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन नगर निगम की दीनदयाल अंत्योदय योजना अंतर्गत गठित ज्ञान प्रयाग स्व सहायता समूह द्वारा संचालित किये जाने वाले जूस सेंटर का शुभारंभ सोमवार को महापौर संगीता तिवारी द्वारा किया गया

तिली मार्ग पर संजय ड्राइव की पास स्थित इस जूस सेंटर को स्व सहायता समूह की महिलायें संचालित करेंगी जिस पर सभी प्रकार के फलों का जूस एवं फल विक्रय हेतु उपलब्ध रहेंगे। 

इस मौके पर एम.आई.सी.सदस्य अनूप उर्मिल, सिटी मिशन मैनेजर विक्रम जैन, सामुदायिक संगठक कल्पना श्रीवास्तव, पूजा श्रीवास्तव एवं स्व सहायता समूह की महिलायें उपस्थित रहीं।

Rang Mahotsav-राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय का रंग महोत्सव  16 से 26 फरवरी, 2023 तक

AAB NEWS/
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) 16 से 26 फरवरी, 2023 तक भारत रंग महोत्सव (बीआरएम) के 22वें संस्करण का आयोजन करेगा। यह प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय रंगमंच महोत्सव दिल्ली, जयपुर, राजमुंदरी, रांची, गुवाहाटी, जम्मू, श्रीनगर, भोपाल, नासिक और केवड़िया में आयोजित किया जाएगा। इसका समापन समारोह 26 फरवरी को केवड़िया में आयोजित होगा।


इस 22वें भारत रंग महोत्सव में नाटक व सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का शानदार प्रदर्शन किया जाएगा और वैश्विक परिप्रेक्ष्य में रंगमंच के वैश्विक व रणनीतिक महत्व के कई विषयगत पैनल चर्चाएं आयोजित होंगी। 
 
रंगमंच मानवीय भावनाओं को एक तरह से संप्रेषित करने के लिए कला परंपराओं का सबसे पुराना और सबसे प्रभावी रूप है, जिसका दायरा अतीत से लेकर वर्तमान युग तक है।

एनएसडी के निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) रमेश चंद्र गौड़ ने दिल्ली स्थित एनएसडी परिसर में आज मीडिया को बीआरएम के मौजूदा संस्करण के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा, "हमने अंतरराष्ट्रीय प्रविष्टियों सहित 960 आवेदनों में से चयनित शीर्ष-स्तर के नाटकों की एक सूची की स्क्रूटिनी की है। 
 
इस महोत्सव के तहत दिल्ली 10 पारंपरिक प्रदर्शनों की मेजबानी कर रही है। यह संस्थान 22वें बीआरएम के मंच के जरिए नई लोक प्रतिभाओं के विकास को आगे बढ़ाना चाहती है। इसे देखते हुए हमने अधिक से अधिक युवा रंगमंच प्रशंसकों को जोड़ने का प्रयास किया है।

इसके अलावा डॉ. रमेश ने यह भी बताया कि विभिन्न राज्यों के संस्थानों, जहां नाटकों का आयोजन किया जाना है, के साथ सहयोग किया गया है। यह सुनिश्चित करेगा कि इस महोत्सवव में स्थानीय कलाकार शामिल हों और इनके नाटक स्थानीय लोगों को आकर्षित करें।

निदेशक ने आगे बताया कि नाटकों के साथ-साथ अन्य संबद्ध गतिविधियां भी आयोजित की जाएंगी। इनमें पुस्तकों का विमोचन, निर्देशकों की बैठक, राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी और रंगमंच समुदाय के दिग्गजों की मास्टर क्लास शामिल हैं। 
 
हर साल 100 से अधिक रंगमंच कंपनियों के इस महोत्सव में हिस्सा लेने से भारत रंग महोत्सव ने अपने लिए एक अलग जगह बनाई है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि यह अपनी तरह का अनोखा रंगमंच मेला है, जिसमें लाइव थिएटर के साथ-साथ प्रदर्शनियां, निर्देशक-दर्शकों की बातचीत, संगोष्ठी और रंगमंच से संबंधित विभिन्न विषयों पर सेमिनार शामिल हैं।

भारत रंग महोत्सव का उद्देश्य अन्य देशों के साथ अंतरराष्ट्रीय संबंध और सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रमों को मजबूत करना है। यह पूरे देश में रंगमंच परंपराओं के बारे में और अधिक जानने के लिए एक मंच तैयार करता है। इस भव्य समारोह में केवल कलाकार ही नहीं, बल्कि जाने-माने निर्देशक भी शामिल होंगे।
 
इससे पहले राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय ने जुलाई, 2022 में आजादी का अमृत महोत्सव के "आजादी खंड" के तहत भारत रंग महोत्सव का आयोजन किया था, जिससे हमारी मातृभूमि के शहीदों को याद किया जा सके और उन्हें श्रद्धांजलि दी जा सके। 
 
कारगिल विजय दिवस की पूर्व संध्या पर एनएसडी रिपर्टरी कंपनी ने 25 जुलाई, 2022 को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में 'कारगिल एक शौर्य गाथा' नामक एक अद्वितीय नाटक को प्रस्तुत किया था।
  •  वाइब्रेंट गुजरात की विरासत को दर्शाने के लिए इस रेल यात्रा को भारत सरकार की “एक भारत श्रेष्ठ भारत” योजना की भावना के अनुरूप डिजाइन किया गया है।  

  • अत्याधुनिक भारत गौरव डीलक्स एसी टूरिस्ट ट्रेन फर्स्ट एसी और सेकेंड एसी क्लास के साथ आठ दिनों तक की समग्र यात्रा के लिए चलाई जाएगी।

  • इस पर्यटक ट्रेन में 4 फर्स्ट एसी कोच, 2 सेकंड एसी कोच, एक अच्छी तरह से सुसज्जित पेंट्री कार और दो रेल रेस्तरां हैं। इसमें 156 पर्यटक सवार हो सकते हैं।

  • गुजरात के प्रमुख तीर्थस्थलों और विरासत स्थलों यानी स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, चंपानेर, सोमनाथ, द्वारका, नागेश्वर, बेट द्वारका, अहमदाबाद, मोढेरा और पाटन की यात्रा इस यात्रा कार्यक्रम के प्रमुख आकर्षण होंगे।

  • पर्यटक इस पर्यटक ट्रेन से गुरुग्राम, रेवाड़ी, रींगस, फुलेरा और अजमेर रेलवे स्टेशनों पर चढ़/उतर सकते हैं।

  • आईआरसीटीसी ने ग्राहकों को ईएमआई भुगतान का विकल्प उपलब्ध कराने के लिए पेमेंट गेटवे के साथ समझौता भी किया है।

 

AAB NEWS/ भारतीय रेलवे अपनी भारत गौरव डीलक्स एसी टूरिस्ट ट्रेन चलाकर वाइब्रेंट गुजरात राज्य की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए एक बहुत ही खास यात्रा ‘गर्वी गुजरात’ की शुरुआत कर रहा है। आईआरसीटीसी द्वारा संचालित यह विशेष पर्यटक ट्रेन 28 फरवरी को दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से आठ दिनों की यात्रा पर रवाना होगी. पर्यटकों की सुविधा के लिए गुरुग्राम, रेवाड़ी, रींगस, फुलेरा और अजमेर रेलवे स्टेशनों पर चढ़ने और उतरने की सुविधा प्रदान की गई है।

रेल यात्रा के इस पैकेज को महान स्वतंत्रता सेनानी सरदार वल्लभ भाई पटेल के जीवन पर आधारित “एक भारत श्रेष्ठ भारत” की भारत सरकार की योजना की भावना के अनुरूप डिजाइन किया गया है। रेल यात्रा के इस पैकेज का पहला ठहराव केवडिया में रखा गया है, जहां स्टैच्यू ऑफ यूनिटी आकर्षण का केन्द्र होगी। पूरी ट्रेन आठ दिनों की यात्रा के दौरान लगभग 3500 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।





विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा - स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, चंपानेर पुरातात्विक पार्क जो यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है, अधलेज की बावड़ी, अहमदाबाद के अक्षरधाम मंदिर, साबरमती आश्रम, मोढेरा सूर्य मंदिर और एक अन्य यूनेस्को स्थल पाटन स्थित रानी की वाओ की यात्रा इस यात्रा कार्यक्रम में शामिल विरासत के प्रमुख खजाने हैं। इसके अलावा, सोमनाथ ज्योतिर्लिंग, नागेश्वर ज्योतिर्लिंग, द्वारकाधीश मंदिर और बेट द्वारका की यात्रा आठ दिनों की इस यात्रा में शामिल रहने वाले धार्मिक स्थल हैं। होटलों में दो रात्रि प्रवास होंगे, क्रमशः केवडिया और अहमदाबाद में एक-एक, जबकि सोमनाथ और द्वारका के स्थानों की यात्रा गंतव्य पर दिन के पड़ाव में शामिल होगी।




इस अत्याधुनिक डीलक्स एसी टूरिस्ट ट्रेन में खानपान के दो बेहतरीन रेस्तरां, एक आधुनिक किचन, कोचों में शॉवर क्यूबिकल्स, वॉशरूम में सेंसर आधारित कार्यप्रणाली, फुट मसाजर सहित कई अदभुत विशेषताएं हैं। पूरी तरह से वातानुकूलित यह ट्रेन दो प्रकार की आवासन सुविधा प्रदान करती है। फर्स्ट एसी और सेकेंड एसी। इस ट्रेन में प्रत्येक कोच के लिए सीसीटीवी कैमरे और सुरक्षा प्रहरी के साथ सुरक्षा सुविधाओं को बढ़ाया गया है और पूरी ट्रेन में इंफोटेनमेंट सिस्टम भी लगाया गया है।

भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन की शुरुआत घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार की पहल “देखो अपना देश” के अनुरूप है। इसकी कीमत की विभिन्न श्रेणियां एसी 2 टियर के लिए प्रति व्यक्ति 52250 रुपये से शुरू होकर एसी 1 (केबिन) के लिए प्रति व्यक्ति 67140 रुपये और एसी 1 (कूपे) के लिए प्रति व्यक्ति 77400 रुपये तक उपलब्ध हैं। आईआरसीटीसी टूरिस्ट ट्रेन आठ दिनों का संपूर्ण यात्रा पैकेज होगा और मूल्य संबंधित श्रेणी में ट्रेन की यात्रा, एसी होटलों में रात्रि विश्राम, सभी भोजन (केवल शाकाहारी), सभी स्थानांतरण और बसों में दर्शनीय स्थलों की यात्रा, यात्रा बीमा और गाइड की सेवाएं आदि शामिल होंगी। स्वास्थ्य संबंधी सभी आवश्यक एहतियाती उपायों का ध्यान रखा जाएगा और आईआरसीटीसी मेहमानों को एक सुरक्षित एवं यादगार अनुभव प्रदान करने का प्रयास करेगी।

 

व्यापक आबादी के लिए इस पैकेज को अधिक आकर्षक और किफायती बनाने के उद्देश्य से आईआरसीटीसी ने पेमेंट गेटवे के साथ करार किया है ताकि कुल भुगतान को छोटी राशि की ईएमआई में बांटकर ईएमआई भुगतान का विकल्प उपलब्ध कराया जा सके।

अधिक जानकारी के लिए आप आईआरसीटीसी की वेबसाइट: https://www.irctctourism.com पर जा सकते हैं और वेब पोर्टल पर बुकिंग ‘पहले आओ पहले पाओ’ के आधार पर ऑनलाइन उपलब्ध है।