IIT-Madras-launches-worlds-First-online-BSc-degree-in-Programming-&-Data-Science : जल्द ही करोड़ों नौकरियां सृजित करेगा ये क्षेत्र
एएबी समाचार।
भारत दुनिया का ऐसा देश बन गया है जिसने में प्रोग्रामिंग एवं डेटा साइंस
विषय में विश्व का पहला ऑनलाइन बी.एससी. डिग्री पाठ्यक्रम शुरू किया।
नेशनल इंस्टिट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क २०२० में पहला स्थान हासिल करने वाली
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास (आईआईटी मद्रास) द्वारा तैयार इस
पाठ्यक्रम में उन विद्यार्थियों को स्नातक उपाधि मिलेगी दसवीं कक्षा के
स्तर पर अंग्रेजी और गणित की पढ़ाई के साथ बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण कर ली हो
और किसी भी संस्थान में अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रम में दाखिला लिया हो।
केंद्रीय
मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने एक आभासी समारोह में
विश्व का पहला प्रोग्रामिंग एवं डेटा साइंस ऑनलाइन बी.एससी. डिग्री
पाठ्यक्रम लॉन्च करते हुए बताया कि डेटा साइंस सबसे तेजी से बढ़ते
क्षेत्रों में से एक है जो एक अनुमान के अनुसार वर्ष 2026 तक 11.5 मिलियन
नौकरियों का सृजन करेगा।
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India launches worlds First online BSc degree : १२वीं के विद्यार्थी भी पात्र
उन्होंने
ऑनलाइन शिक्षा को एक ऐसा प्रचलन बताया जिसे बड़े पैमाने पर उच्च
गुणवत्ता की शिक्षा के लिए तेजी से अपनाया जा रहा है । आईआईटी मद्रास के
संकाय ऑनलाइन शिक्षा प्रक्रिया का उपयोग करके इस क्षेत्र की आवश्यकता को
पूरा कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि यह एक समावेशी और सस्ती शिक्षा मॉडल
है, जो आईआईटी के दायरे का विस्तार करेगा।श्री पोखरियाल ने बताया कि 2020
में बारहवीं कक्षा पूरा करने वाले छात्रों का मौजूदा बैच इस पाठ्यक्रम के
लिए आवेदन करने का पात्र है। इसके अलावा स्नातक और नौकरी कर रहे पेशेवर भी
इस कार्यक्रम में दाखिला ले सकते हैं।
India launches worlds First online BSc degree : आईआईटी मद्रास की पहल
पोखरियाल
ने इस पाठ्यक्रम में उम्र, अध्ययन के विषय या भौगोलिक स्थिति के सभी
अवरोधों को दूर रखा गया है डेटा विज्ञान में विश्व स्तरीय पाठ्यक्रम सबके
लिए सुलभ जिसकी कुशल पेशेवरों के बीच भारी मांग है। मानव
संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने आईआईटी मद्रास की तारीफ
करते हुए कहा कि यह संसथान निरंतर नवाचार और सफलता का एक समृद्ध इतिहास
रहा है और एनआईआरएफ इंडिया रैंकिंग 2020 में पहला स्थान हासिल किया । जो
इसकी टीम की हुनर , मिशन और दृष्टि को प्रकट करता है ।
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India launches worlds First online BSc degree : देश में ही मिलेगी बेहतर शिक्षा
निशंक
ने बताया कि विश्लेषण से पता चलता है कि हर साल 7 लाख से ज्यादा भारतीय
छात्र बेहतर शिक्षा की तलाश में विदेश चले जाते हैं । इससे हमारी प्रतिभा
के साथ-साथ हमारा राजस्व भी देश से बाहर जाता है । उन्होंने
कहा कि आईआईटी मद्रास जैसी संस्थाएँ देश के लिए इस तरह की गुणवत्तापूर्ण
शिक्षा और अद्वितीय पाठ्यक्रम ला रहें हैं । जिसमें देश को आत्मनिर्भरता
की ओर आगे बढ़ने में मददगार दृष्टि और मिशन दोनों हैं।
उन्होंने
कहा यह सामान्य बात नहीं है जबकि पूरा देश कोविड-19 महामारी से लड़ रहा है
और इस चुनौतीपूर्ण समय के दौरान भी जब पूरा देश और सभी लोग घर पर रहने के
लिए मजबूर हैं तब भी आईआईटी राष्ट्र की खातिर कुछ नया करने के लिए एकजुट
हैं ।
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India launches worlds First online BSc degree : चल रही पढ़ाई के साथ-साथ करें
श्री
पोखरियाल ने प्रोग्रामिंग एवं डेटा साइंस विषय के विश्व के इस पहले
ऑनलाइन बी.एससी. डिग्री पाठ्यक्रम के बारे में कहा कि जो छात्र अभी देश में
कहीं भी अलग ऑन-कैंपस कार्यक्रम में दाखिला ले चुका है, वो अपने पाठ्यक्रम
को बदले बिना भी इस डिग्री पाठ्यक्रम में नामांकन करा सकते हैं । यहां
तक कि वे नियोक्ता भी जो अपने कर्मचारियों के कौशल को बढ़ाना चाहते हैं,
कर्मचारियों के उत्पादन समय में बिना किसी नुकसान के इस विकल्प पर विचार
कर सकते हैं ।
मानव
संसाधन मंत्री ने आगे कहा कि यह पाठ्यक्रम आकर्षक क्षेत्र में छात्रों के
लिए नौकरी की संभावनाओं को तेज करता है । इसके अलावा कामकाजी पेशेवरों को
करियर बदलने का अवसर भी प्रदान करता है । साथ ही आईआईटी मद्रास जैसे
मान्यता प्राप्त संस्थान से डिग्री प्राप्त करने का अवसर भी प्रदान करता
है।
India launches worlds First online BSc degree : विद्यार्थी को पेशेवर बनाएगा
India launches worlds First online BSc degree : विद्यार्थी को पेशेवर बनाएगा
उन्होंने
कहा कि छात्रों और पेशेवरों को प्रतिस्पर्धी बने रहने और समय तथा स्थान
की बाधाओं के अन्दर काम करने के लिए अपने ज्ञान को उन्नत करते जाना होता
है जो कोविड-19 के हालातों के चलते और भी चुनौतीपूर्ण हो गया है।उन्होंने
बताया कि अत्याधुनिक ऑनलाइन पोर्टल के जरिए इस पाठ्यक्रम को चलाया जाएगा।
यह पाठ्यक्रम देश के दूरदराज के इलाकों के शिक्षार्थियों को आकर्षित
करेगा जहां डिजिटल साक्षरता की पहुंच न्यूनतम है । उन्हें अपने कैरियर की
तलाश में आगे रहने में मदद करेगा।
India launches worlds First online BSc degree : नियमित पढाई का एहसास कराएगा
पाठ्यक्रम
को बनाते समय इस बात का विशेष ख्याल रखा गया है की ऑनलाइन लर्निंग
प्लेटफ़ॉर्म होते हुए भी यह छात्रों को कक्षा में बैठकर पढ़ाई करने या
सीखने जैसा अनुभव कराये । इसके लिए पाठ्यक्रम में संकाय से वीडियो, छात्रों
को सीधे साप्ताहिक असाइनमेंट्स, नियमित पाठ्यक्रमों की तरह ही परीक्षाएं
भी ली जाएंगी।
यह
पाठ्यक्रम को पूरा कर लेने के बाद विद्यार्थी बेहतर तरीके से आंकड़ों का
प्रबंधन करना सीख जायेगा । साथ ही प्रबंधकीय अंतर्दृष्टि प्राप्त करने के
लिए पैटर्न को समझने व प्रतिरूपों का पता लगाने में सहायता करने वाले मॉडल
बनाने सहित कई काम में छात्रों का कौशल बेहतर हो जायेगा जिससे वे
प्रभावी व्यापारिक फैसले ले सकेंगे।
India launches worlds First online BSc degree : पात्रता परीक्षा देनी होगी
India launches worlds First online BSc degree : पात्रता परीक्षा देनी होगी
ऑनलाइन
पाठ्यक्रम के बारे श्री निशंक ने विस्तार से बताया कि इसे तीन अलग-अलग
चरणों में पेश किया जाएगा- फाउंडेशनल प्रोग्राम, डिप्लोमा प्रोग्राम और
डिग्री प्रोग्राम । पाठ्यक्रम में हिस्सा लेने वाले विद्यार्थियों को इस
बात की पूरी स्वंत्रता होगी कि वे प्रत्येक चरण में पाठ्यक्रम छोड़ने और
आईआईटी मद्रास से क्रमशः प्रमाण पत्र, डिप्लोमा या एक डिग्री प्राप्त कर
सकें । पात्रता के आधार पर इच्छुक उम्मीदवारों को एक फॉर्म भरना होगा और
पात्रता परीक्षा के लिए 3000 रुपये का शुल्क देना होगा।
India launches worlds First online BSc degree : 4 विषयों की करनी होगी पढाई
छात्रों
को 4 सप्ताह के लिए 4 विषयों (गणित, अंग्रेजी, सांख्यिकी और कम्प्यूटेशनल
सोच) की पढ़ाई करनी होगी । इन छात्रों को ऑनलाइन पाठ्यक्रम व्याख्यान दिए
जाएंगे ऑनलाइन असाइनमेंट जमा करने होंगे और 4 सप्ताह के अंत में एक
व्यक्तिगत स्तर पर क्वालिफायर परीक्षा देंगे। आईआईटी
की विशिष्ट प्रवेश प्रक्रियाओं के विपरीत इस कार्यक्रम में वे सभी छात्र
जो (50% के कुल प्राप्तांक के साथ) पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण किए हों, वे
आधारभूत कार्यक्रम में पंजीकरण के लिए पात्र होंगे।
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