CM says Make Home Quarantine effective- भोपाल एक बार फिर सम्पूर्ण लॉक-डाउन की रह पर
एएबी समाचार । भोपाल में कोरोना संक्रमण की बढ़ती हुई स्थिति को देखते हुए एक बार फिर 24 जुलाई रात्रि 8 बजे से 3 अगस्त तक लॉकडाउन किये जाने का निर्णय लिया गया है । लॉकडाउन 04 अगस्त को प्रात: 8 बजे खुलेगा । इस दौरान सब्जी, दूध, दवाई आदि अति आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी। उद्योग चालू रहेंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने जनता से सभी सतर्कताएं बरतने की अपील की है ताकि संक्रमण आगे न बढ़ सके । उन्होंने होम क्वारंटाइन को प्रभावी बनाने के भी निर्देश दिए ।
CM Reviews Covid-19 Situation in MP : ग्वालियर बेहतर हालत में
मुख्यमंत्री चौहान मंत्रालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा में पाया कि भोपाल जिले में गत एक सप्ताह की औसत कोरोना पॉजिटिविटी रेट 10.23 प्रतिशत है।
ग्वालियर में खुलेगा लॉकडाउन , स्थिति बेहतर,
ग्वालियर जिले की समीक्षा में पाया कि लॉकडाउन के चलते गत 7 दिनों से वहां कोरोना संक्रमण की दर 7 प्रतिशत से घटकर 4 प्रतिशत पर आ गई । आपदा प्रबंधन समूह ने लॉकडाउन खोलने का निर्णय लिया है । ग्वालियर में 1083 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके है, 9 मृत्यु है। अभी एक्टिव मरीजों की संख्या 706 है। मृत्यु दर 0.5 प्रतिशत है।
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CM-says-Make-Home-Qurantine-effective : होम क्वारेंटाइन को प्रभावी बनाएं
प्रदेश में संक्रमण रोकने के लिए मुख्यमंत्री ने होम क्वारेंटाइन को प्रभावी बनाने के निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि इसके लिए लोगों को जागरूक किए जाने की आवश्यकता है । होम आयसोलेशन, जिन घरों में व्यवस्था हो, वहां किया जाए। मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने भी होम क्वारेंटाइन को अधिक उपयोगी बताया।
CM Reviews Covid-19 Situation in MP : लापरवाही पर छतरपुर सी.एम.एच.ओ. हटाये गए
छतरपुर जिले की समीक्षा में वहां सैम्पलिंग में लापरवाही होने की मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने सी.एम.एच.ओ. को तत्काल हटाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि प्रत्येक जिले के लिए बनाए गए प्रभारी अधिकारी अपने प्रभार के जिलों में कोरोना नियंत्रण करने के हरसंभव प्रयास करें । वे तुरंत जिलों का दौरा कर वहां की स्थानीय हालातों के अनुसार आपदा प्रबंधन समूह से चर्चा कर कार्रवाई सुनिश्चित करें । साथ ही हर जिले में सर्वोत्तम इलाज उपलब्ध करवाकर, मृत्यु दर को न्यूनतम किया जाए। संक्रमण को प्रभावी ढंग से रोका जाए।