Get Fastag Now..Absolutely Free..! एएबी समाचार, नई दिल्ली । पथकर संग्रहण चौकियों पर यातायात को सुगम बनाने और पथकर की वसूली को आसान...

राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक पथकर संग्रहण सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय का अग्रणी कार्यक्रम है। इसे पूरे देश में लागू किया जाना है जिसका मकसद यातायात के आवागमन को निर्बाध बनाना और रेडियो तरंगों से पहचान की तकनीक के जरिए कर संग्रहण करना है।
केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने घोषणा की थी कि 15 दिसंबर, 2019 से तमाम वाहन चाहे वे निजी हों या वाणिज्यिक , सबके लिए फर्राटा पट्टिका (फास्टैग) अनिवार्य होगा। बिना फर्राटा पट्टिका लगे वाहनों को हर पथकर चौकी पर दोगुना पथकर लगेगा। इसलिए, अगर आपके वाहन के पास फर्राटा पट्टिका नहीं है तो जल्द ही इसे ले लें और परेशानियों से मुक्ति पाएं।
1. क्या है फास्टैग?
फास्टैग पथ-कर संग्रहण के लिए पूर्वभुगतान व पुनर्भरण पथकर पट्टिका है, जिससे पथ-कर स्वचालित भुगतान हो जाता है। ये सामान्यतया आपके वाहन के विंडस्क्रीन पर चिपका होता है। अगर आपके वाहन में फास्टैग है तो रास्ते पर कर देने के लिए आपको अपने वाहन को रोकने की जरूरत नहीं होगी। जैसे ही वाहन पथकर चौक से गुजरेगी, आपके वाहन के वायुरोधक कांच पर चिपके फास्टैग से जुड़े बैंक खाते /पुनर्भरण बटुए से पथकर अपने आप कट जाएगा। सक्रिय फास्टैग रेडियो तरंग आधारित पहचान (RFID)टेक्नॉलजी तकनीक पर काम करता है। इसके अलावा, फास्टैग में कोई अंतिम तिथि नहीं होती और जबतक ये खराब नहीं होते, तबतक यह पथकर चौक पर पठनीय होता है।
2. फास्टैग कैसे खरीदें और किस प्रकार सक्रिय करें?
फर्राटा पट्टिका 22 प्रमाणित बैंकों द्वारा विभिन्न तरीकों जैसे राष्ट्रीय राजमार्ग पथकर चौकियों के विक्रय स्थल (POS) के जरिये और चुनिंदा बैंकों की शाखाओं द्वारा जारी किया जाता है। फास्टैग ऐमजॉन जैसे ई-कॉमर्स ठिकानों पर भी मौजूद है।
इस तरह कर सकते हैं सक्रिय
स्वतः सक्रियकरण -फास्टैग 'बैंक तटस्थ ' होते हैं, जिसका मतलब यह है कि इसे आप जहां से खरीदते हैं, वे इसे सक्रिय करके नहीं बेचते हैं। ऑनलाइन फास्टैग DIY (डू इट योरसेल्फ) "खुद ही करें " विचार पर आधारित होता है, जहां आप 'माय फास्टैग' मोबाइल ऐप में वाहन का विवरण डालकर इसे स्वतः सक्रिय कर सकते हैं। ऐंड्रॉयड फोन उपयोगकर्ता गूगल प्ले स्टोर से और आईफोन उपयोगकर्ता ऐपल स्टोर से माय फास्टैग ऐप हासिल कर सकते हैं।
इसके बाद, आप अपने फास्टैग को माय फास्टैग मोबाइल ऐप के जरिये अपने किसी भी बैंक खाते से जोड़ सकते हैं। माय फास्टैग मोबाइल ऐप पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (नैशनल हाइवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया) पूर्व भुगतान बटुए की सुविधा भी उपलब्ध है, जहां आप पैसा रख सकते हैं, जिससे पथकर स्थल पर कर टैक्स सीधे आपके बैंक खाते से न कटकर बटुए से कटेगा।
प्रमाणित बैंक शाखा जाकर सक्रिय कराना
आप अपने नजदीकी प्रमाणित बैंक शाखा जाकर भी फास्टैग खरीद सकते हैं और उसे मौजूदा बैंक खाते से सम्बद्ध करा सकते हैं।
फास्टैग बेचने वाले प्रमाणित बैंकों की सूची
सक्रिय करते वक्त बैंक की केवाईसी (जानिये अपने ग्राहक को ) नीति के तहत आपको केवाईसी दस्तावेज जमा कराना होगा। केवाईसी दस्तावेजीकरण के अलावा, बैंक को फर्राटा पट्टिका के आवेदन के साथ-साथ वाहन का पंजीयन प्रमाणपत्र (RC) भी देना होगा।
3. फास्टैग के लिए कितना शुल्क देना पड़ता है?
फास्टैग को प्रमाणित बैंक जारी करते हैं और इसकी अधिकतम कीमत 100 रुपये हो सकती है, जिसे भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) तय करता है। हालांकि, पट्टिका जारी करने की वास्तविक कीमत को बैंक पारिभाषित करता है और अलग-अलग बैंकों में इसकी कीमत अलग हो सकती है।
उदाहरण के लिए, एचडीएफसी बैंक किसी कार के लिए फास्टैग इस तरीके से 400 रुपये में बेच रहा है
पट्टिका जारी करने का शुल्क - 100 रुपये
वापसी योग्य सुरक्षा निधि - 200 रुपये
बटुआ शुरू करते वक़्त पहला पुनर्भरण - 100 रुपये
आईसीआईसीआई बैंक किसी कार के लिए फास्टैग इस तरीके से 499.12 रुपये में बेच रहा है
पट्टिका जारी करने का शुल्क - 99.12 रुपये
वापसी योग्य सुरक्षा निधि - 200 रुपये
बटुआ शुरू करते वक़्त पहला पुनर्भरण - 100 रुपये
पुनर्भरण शुल्क अलग-अलग बैंकों के लिए अलग-अलग हो सकता है और अंतर को विभिन्न बैंकों की वेबसाइट पर देखा जा सकता है।
मुंबई की डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशन फर्म 1Pay के मुताबिक अगर आप फास्टैग ऑनलाइन खरीदते हैं तो इसकी कीमत अलग हो सकती है, क्योंकि विक्रेता इसकी कीमत में भेजने की कीमत भी जोड़ता है। उन्होंने कहा, 'ऐमजॉन का 20% दलाली भी इसकी लागत में जोड़ी जाती है, इसलिए यह सामान्य कीमत से काफी महंगा हो जाता है।'
4. फास्टैग को कैसे करें डाले पैसे
अगर फास्टैग पहले से ही आपके बैंक खाते से जुड़ा है तो पूर्व भुगतान युक्त बटुए में अलग से पैसे डालने की जरूरत नहीं है। आपको केवल यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि आपके फास्टैग से जुड़े बैंक खाते में पर्याप्त राशि होना चाहिए, ताकि पथकर का पैसा कट सके। हालांकि, अगर आपने फास्टैग को पूर्व भुगतान युक्त बटुए से जोड़ दिया है तो इसमें विभिन्न तरीकों जैसे चेक या यूपीआई/डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड/NEFT/नेट बैंकिंग के जरिये पैसा डाला जा सकता है।
इसके अलावा, पूर्व भुगतान युक्त बटुए में रकम रखने की ऊपरी सीमा तय की गई है। नियमों के अनुसार इस सीमा के बारे में नीचे बताया जा रहा है।
सीमित केवाईसी फर्राटा पट्टिका धारक : इस तरह के फास्टैग के फास्टैग पूर्व भुगतान युक्त बटुए में 20,000 रुपये से अधिक नहीं रखा जा सकता। महीने में इसमें आप 20 हजार रुपये से अधिक राशि नहीं डाल सकते।
पूर्ण केवाईसी फर्राटा पट्टिका धारक : इस तरह के फास्टैग खाते के फर्राटा पट्टिका पूर्व भुगतान युक्त बटुए में 1 लाख रुपये से अधिक नहीं रखा जा सकता। भारतीय राजमार्ग प्रबंधन कंपनी लिमिटेड (IHMCL) की वेबसाइट के मुताबिक, इस खाते में हर माह रकम डालने की ऊपरी सीम तय नहीं है।
इन बातों का रखें ख्याल
- आप एक वाहन के लिए एक से अधिक फास्टैग नहीं रख सकते। आपको अलग-अलग वाहनों के लिए अलग-अलग फास्टैग रखना होगा।
IHMCL की वेबसाइट के मुताबिक, 'अगर आप पथकर चौकी के 10 किलोमीटर के दायरे में रहते हैं तो आप फास्टैग के जरिये भुगतान किए जाने वाले पथकर में छूट की सुविधा उठा सकते हैं। ऐसे मामले में आपको बैंक तथा नजदीकी विक्रय केंद्र में निवास प्रमाण पत्र जमा कराना होगा, ताकि इसकी पुष्टि हो सके कि आप पथकर केंद्र के 10 किलोमीटर के दायरे में रहते हैं। पते की पुष्टि हो जाने पर आप पथकर चौराहे पर अपने वाहन को मिलने वाले फास्टैग के जरिये छूट का फायदा उठा सकते हैं।'