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Achievement- मध्य प्रदेश में GEM 4 STAR मिलने वाली पहली निजी हॉस्पिटल सागरश्री

एएबी समाचार/ सागर 14 दिसम्बर 2021/
 

सागर श्री हॉस्पिटल ने अपनी उपलब्धियों में एक और बढ़ोत्तरी करते हुए जेम सर्टिफिकेशन प्राप्त किया है जो कि भारत के सस्टेनेबिलिटी मूवमेंट में प्रोग्राम है यह सर्टिफिकेट उन संस्थाओ को दिया जाता है जिनके भवन का निर्माण निर्धारित सुरक्षा मानक अनुसार एवं जल व उर्जा को संरक्षित करने के आधार पर किया जाता है। 
 
एसोचैम ने पर्यावरण के अनुकूल ग्रीन बिल्डिंग डिजाइन और निर्माण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से "जेम सस्टेनेबिलिटी (ग्रीन) सर्टिफिकेशन प्रोग्राम" शुरू किया है। GEM सस्टेनेबिलिटी सर्टिफिकेशन रेटिंग प्रोग्राम BEE ECBC 2017 और NBC 2016 पर आधारित है। 
 
इस पहल के माध्यम से, ASSOCHAM आवास, शहरी विकास, आवासीय, वाणिज्यिक, होटल, कॉलेज, विश्वविद्यालयों, स्कूलों, फैक्ट्री भवनों और संबंधित विकास को सस्टेनेबिलिटी सर्टिफिकेशन रेटिंग प्रदान करता है। सागरश्री हॉस्पिटल के डायरेक्टर सौरभ सिंघई एवं आकाश बजाज की दूर दर्शिता के कारण शुरू से ही बिल्डिंग का निर्माण पर्यावरण अनुरूप किया गया, इसमें भारत के मशहूर आर्किटेक्ट मनु मल्होत्रा जी (RSMS DELHI) की डिजाईन एवं मार्गदर्शन में बिल्डिंग का निर्माण कार्य किया गया | 
 
सागरश्री हॉस्पिटल के प्रोजेक्ट मैनेजर आशीष राजपूत ने GEM सर्टिफिकेट के बारे में विस्तार से चर्चा की और बताया GEM सर्टिफिकेशन के तहत  –
1. हरित भवन के नजरिए से मूल्यवर्धन के लिए सस्टेनेबिलिटी विशेषज्ञों द्वारा सभी डिजाइन दस्तावेजों जैसे आर्किटेक्चरल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, प्लंबिंग और लैंडस्केप की समीक्षा।
2. कुशल भवन डिजाइन जो भवन की ऊर्जा और पानी की खपत को कम करेगा।
3. एक भवन का डिजाइन जो अधिकतम दिन के उजाले, ताजी हवा का उपयोग करेगा और भवन में रहने वालों को स्वस्थ वातावरण प्रदान करेगा।
4. सस्टेनेबिलिटी सर्टिफिकेशन रेटिंग अन्य पारंपरिक इमारतों की तुलना में परियोजनाओं को अतिरिक्त लाभ देगी।
5. इसमें प्राकतिक स्रोत का अधिकतम उपयोग होना चाहिए |
 
सागरश्री हॉस्पिटल को बुंदेलखंड का “रत्न” ही कहा जा सकता है क्योकि सागर शहर में सागरश्री हॉस्पिटल आने के बाद नगर में चिकित्सकीय सुविधा में काफी इजाफा हुआ है तथा आने वाले समय में सागरश्री हॉस्पिटल ने सागर को एक मेडिकल हब बनाने में सर्वश्रेष्ठ योगदान होगा | जिसके कारण बुंदेलखंड में काफी युवाओं को नौकरी  एवं मरीजो को अच्छे डॉक्टर के द्वारा का इलाज संभव हुआ है |जोकि पहले केवल मेट्रो सिटी में मिलता था अब आपके अपने शहर सागर में सागरश्री के द्वारा प्रदान किया जा रहा है |  
 
सागरश्री संभाग का पहला एकमात्र हॉस्पिटल है जोकि हॉस्पिटलों और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड के द्वारा सर्टिफाईड है | उसके बाद एक मात्र सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल है जहाँ 16 विभाग के डॉक्टर एक छत के नीचे मिलेगे साथ ही साथ अत्याधुनिक मशीनरी अत्याधुनिक ऑपरेशन थयेटर जहाँ जरुरत पढने पर बॉडी पार्ट ट्रांसप्लांट किये जा सकते है | यह हॉस्पिटल इतना आधुनिक है की सागर संभाग में और किसी हॉस्पिटल के लिए संभव नहीं है |
 
कोरोना काल  में जहाँ सभी डर रहे थे सागर का एक मात्र हॉस्पिटल था जिसने सबसे पहले कोरोना से पीढित मरीजों का इलाज करने का बीड़ा  उठाया | सबसे पहला हॉस्पिटल जिसने लोगो को वेक्सिनेशन का बीड़ा उठाया | 
 
आपके अपने निशक्तजन के लिए शहर का पहला हॉस्पिटल जहाँ आयुष्मान योजना का लाभ मिलना शुरू हुआ और आजतक हजारो लोगो इस से लाभान्वित हुए | आपके शहर के लिए सागरश्री हॉस्पिटल और उनके प्रबंधन ने शायद ही कुछ है जो न किया हो |
 
सागरश्री प्रबंधन ने बताया की अब सागर शहर में सागरश्री हॉस्पिटल एक और उपलब्धि जोड़ने वाला है जिस से आपको अपने शहर में कैंसर जैसी बीमारी का इलाज भी संभव हो जाएगा  | अब कैंसर के मरीज को यहाँ वहाँ भटकना नहीं पडेगा | जल्द से जल्द सागरश्री कैंसर यूनिट का काम शुरू करने वाला है आप सभी अपना विश्वास बनाये रखे लोगो से यही आपेक्षित है |
एएबी समाचार । जिले में  कोरोना मरीजों की  बढ़ती सख्या को  देखते हुए, जिला कलेक्टर  की  पहल  पर अब चलित वाहन जिले के विभिन्न इलाकों में जाकर मरीजों के कोरोना संक्रमण के नमूनों को इकठ्ठा करेगा है । 

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जिला कलेक्टर के मुताबिक कोरोना के सैंपल लेने के लिए यह चलित वाहन बहुत कारगर सिद्ध होगा । इससे अब दूर-दूराज तक संदिग्ध मरीज की जानकारी मिलने पर उसे अस्पताल लाने की बजाए मौके पर ही सैंपल ले सकेंगे। नमूने संग्रहण का कार्य बी.एम.सी  का  प्रशिक्षित स्टॉफ़ पूर्ण सुरक्षा उपकर्णों के  साथ करेगा तथा संदिग्ध  मरीज को अस्पताल नहीं लाना पड़ेगा।

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चलित वाहन इस तरह  से तैयार किया है कि सैंपल लेते समय अमला पूरी तरह से सुरक्षित रहे। वाहन में अलग से नमूना संग्रहण कक्ष है, जो कि कोविड-19 सैंपल कियोस्क की तरह है। इस चलित वाहन से कंटेनमेंट क्षेत्र और दूर-दराज तक संदिग्धों के सैंपल लिए जा सकेंगें और इस तरह संक्रमण के फ़ैलने की सम्भावना भी कम होगी। इस चलित वाहन से बीएमसी कोविड-19 अस्पताल में राहत मिलेगी क्योंकि वर्तमान में इस अस्पताल पर कोरोना की जॉच व नमूना संग्रहण का बहुत भार है  ।