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 Amazon Got Notice For Selling Fake Sri Ram Mandir Ayodhya Prasad

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AAB NEWS/
केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए) ने मुख्य आयुक्त श्री रोहित कुमार सिंह के नेतृत्व में अमेजन सेलर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है। यह कार्रवाई www.amazon.in पर 'श्री राम मंदिर अयोध्या प्रसाद' नाम से मिठाइयों की बिक्री से संबंधित है।

यह कार्रवाई कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) के एक आवेदन के आधार पर शुरू की गई, जिसमें यह आरोप लगाया गया है कि अमेजन 'श्री राम मंदिर अयोध्या प्रसाद' के नाम से मिठाइयों की बिक्री से जुड़े भ्रामक व्यापार अभ्यासों में शामिल है।

इसकी जांच में यह पाया गया है कि अलग-अलग मिठाइयां/खाद्य उत्पाद अमेजन ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म (www.amazon.in) पर "श्री राम मंदिर अयोध्या प्रसाद" होने का दावा करते हुए बिक्री के लिए उपलब्ध हैं।

ऐसे ऑनलाइन खाद्य उत्पादों की बिक्री के अभ्यास को सक्षम करना, जो गलत जानकारी देते हों, उपभोक्ताओं को उत्पाद की वास्तविक विशेषताओं के बारे में भ्रमित करता है। इस तरह का अभ्यास उपभोक्ताओं को खरीदारी संबंधी निर्णय लेने के लिए गलत तरीके से प्रभावित करती है। इसकी जगह अगर उत्पाद की सही विशेषताओं का उल्लेख किया गया होता तो उपभोक्ता शायद उत्पाद को खरीदने का निर्णय नहीं लेते।

यह उल्लेखनीय है कि उपभोक्ता संरक्षण (ई-कॉमर्स) नियम- 2020 के नियम 4(3) के तहत कोई भी ई-कॉमर्स कंपनी किसी भी तरह का अनुचित व्यापार व्यवहार नहीं अपनाएगी, चाहे वह अपने प्लेटफॉर्म पर व्यापार के दौरान हो या अन्य मंच पर।

इसके अलावा उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम- 2019 की धारा 2(28) के तहत परिभाषित 'भ्रामक विज्ञापन' का आशय वैसे विज्ञापन से है, जो ऐसे उत्पाद या सेवा के बारे में गलत जानकारी देता है, या ऐसे उत्पाद या सेवा की प्रकृति, पदार्थ, मात्रा या गुणवत्ता के बारे में उपभोक्ताओं को झूठी गारंटी देता है या भ्रमित करने की संभावना रखता है।

सीसीपीए ने नोटिस जारी होने के 7 दिनों के भीतर अमेजन से जवाब मांगा है, ऐसा न करने पर उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम- 2019 के प्रावधानों के तहत उसके खिलाफ जरूरी कार्रवाई शुरू की जा सकती है।

कंपनी को जारी नोटिस में उल्लिखित किए गए उत्पाद निम्नलिखित हैं -

 

क्रम संख्या

उत्पाद का नाम

अमेजन पर उत्पाद का लिंक

1.

श्री राम मंदिर अयोध्या प्रसाद- 250 ग्राम II  रघुपति घी लड्डू (टाइप-1 प्रसाद, 1X250 ग्राम का पैक)

 

https://www.amazon.in/dp/B0CQXJ13HN?ref_=cm_sw_r_apan_dp_ZKZ5F9X8C368RC679K0A&language=en-IN

 

2

श्री राम मंदिर अयोध्या प्रसाद- 250 ग्राम II  खोया खोबी लड्डू (टाइप-3 प्रसाद, 1X250 ग्राम का पैक)

https://www.amazon.in/dp/B0CRJM2PVD/ref=sspa_dk_detail_0?psc=1&pd_rd_i=B0CRJM2PVD&pd_rd_w=XB8MG&content-id=amzn1.sym.0fcdb56a-738b-4621-9da7-d47193883987&pf_rd_p=0fcdb56a-738b-4621-9da7-d47193883987&pf_rd_r=273XDXXXWBZKQSKBKEMM&pd_rd_wg=CGfRM&pd_rd_r=0eebf499-79ab-4289-8fa3-16db3ace294c&s=grocery&sp_csd=d2lkZ2V0TmFtZT1zcF9kZXRhaWwy

3

श्री राम मंदिर अयोध्या प्रसाद- 250 ग्राम II  घी बूंदी लड्डू (टाइप-4 प्रसाद, 1X250 ग्राम का पैक)

https://www.amazon.in/dp/B0CRJXVVLF/ref=sspa_dk_detail_1?psc=1&pd_rd_i=B0CRJXVVLF&pd_rd_w=1CbI7&content-id=amzn1.sym.0fcdb56a-738b-4621-9da7-d47193883987&pf_rd_p=0fcdb56a-738b-4621-9da7-d47193883987&pf_rd_r=SXQ447D7MFENCE7EM647&pd_rd_wg=VoOns&pd_rd_r=693b20d9-9d8c-437b-b6b9-d8329cf78d76&s=grocery&sp_csd=d2lkZ2V0TmFtZT1zcF9kZXRhaWwy

4

श्री राम मंदिर अयोध्या प्रसाद- 250 ग्राम II  देसी गाय के दूध का पेड़ा (टाइप-5 प्रसाद, 1X250 ग्राम का पैक)

https://www.amazon.in/Sri-Ram-Mandir-Ayodhya-Prasad/dp/B0CRJZWQKB/ref=pb_allspark_dp_sims_pao_desktop_session_based_d_sccl_2_2/259-5366117-1404625?pd_rd_w=izZKM&content-id=amzn1.sym.0c2e13d1-3874-45db-864e-478422a97adc&pf_rd_p=0c2e13d1-3874-45db-864e-478422a97adc&pf_rd_r=1BQSA1PN91W9H5DTDA6S&pd_rd_wg=gpXh9&pd_rd_r=dcd88acf-06bb-4429-8e7c-f0cd755640c5&pd_rd_i=B0CRJZWQKB&psc=1

                

OTT Platform- रचनात्मक अभिव्यक्ति के नाम पर अश्लीलता एवं दुर्व्यवहार  को बढ़ावा न दे -सूचना प्रसारण मंत्री

AAB NEWS
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने
ओटीटी प्लेटफार्मों पर उपलब्ध कराई जा रही सामग्री की गुणवत्ता के प्रति अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, ओटीटी प्लेटफार्मों की यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी है कि इस तरह के मंच रचनात्मक अभिव्यक्ति के नाम पर अश्लीलता एवं दुर्व्यवहार का प्रचार-प्रसार न करें। श्री ठाकुर ने यह भी कहा कि ओटीटी प्लेटफार्म को सामूहिक कल्याण तथा रचनात्मक विविधता को प्रतिबिंबित करना चाहिए।
 
ये विचार उन्होंने बुधवार को मीडिया, मनोरंजन तथा जन जागरूकता कार्यक्रम के क्षेत्र में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और अमेज़न इंडिया के बीच साझेदारी की घोषणा और समझौते के अवसर पर लोगों को संबोधन के दौरान की। उन्होंने कहा कि भारत एक प्राचीन सभ्यता है और इस वजह से भारत के इतिहास में ऐसे लाखों घटनाक्रम संरक्षित हैं, जिन्हें बताया जाना अभी शेष है।
 
श्री ठाकुर ने कहा कि इन कहानियों का दायरा समय के साथ आगे बढ़ जाता है और यह आध्यात्मिकता से लेकर सॉफ्टवेयर तक, परंपराओं से लेकर वर्तमान चलन तक, लोक कथाओं से लेकर त्योहारों तक तथा ग्रामीण भारत से लेकर नये विकसित होते हुए भारत तक एक विशाल क्षेत्र को कवर करता है। उन्होंने कहा कि हाल के समय में भारतीय सामग्री को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर काफी सफलता मिली है और भारतीय अभिनेताओं ने विदेशी दर्शकों के बीच अपनी उच्च लोकप्रियता हासिल की है।

केंद्रीय मंत्री ने भारत में मनोरंजन उद्योग के लिए अनुकूल माहौल बनाने के उद्देश्य से सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा उठाए गए कदमों की चर्चा की। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार भारतीय मनोरंजन उद्योग, विशेष रूप से ओटीटी जैसे नए प्लेटफार्मों की शक्ति और इसमें निहित अवसरों को पहचानती है। 
 
श्री ठाकुर ने कहा कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने दृश्य-श्रव्य सेवाओं को ऊंचे दर्जे के सेवा क्षेत्र के रूप में मान्यता दी है और हाल ही में ओटीटी सामग्री विनियमन के स्व-नियामक ढांचे को प्रस्तुत किया गया है।

श्री अनुराग ठाकुर ने अमेज़न के साथ साझेदारी के बारे में कहा कि अमेज़न इंडिया के साथ साझेदारी कई मामलों में अद्वितीय है और लेटर ऑफ इंगेजमेंट रचनात्मक उद्योग के विभिन्न पक्षों तक फैला हुआ है। यह साझेदारी भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान तथा सत्यजीत रे फिल्म एवं भारतीय टेलीविजन संस्थान में छात्रों के लिए छात्रवृत्ति, इंटर्नशिप, मास्टर क्लास तथा अन्य अवसरों के प्रावधानों के माध्यम से मनोरंजन उद्योग व अकादमिक संबंधों को सशक्त करने में सहायता करेगी। उन्होंने कहा कि इस पहल से भारत के प्रतिष्ठित फिल्म संस्थानों से निकलने वाले प्रतिभाशाली कलाकारों के लिए संघर्ष की अवधि कम करने में मदद मिलेगी।

इस कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि वरुण धवन ने स्ट्रीमिंग सेवाओं द्वारा हासिल की जा रही सफलता एवं पहुंच के बारे में जिक्र किया। उन्होंने कहा कि स्ट्रीमिंग के माध्यम से भारतीय सिनेमा अब एक अलग ही वैश्विक स्तर पर पहुंच रहा है और इस तरह की स्ट्रीमिंग सेवाओं के जरिये आज भारतीय मनोरंजन सामग्री को अप्रत्याशित दर्शकों तक पहुंच प्राप्त हो रही है। श्री धवन ने इस तत्थ्य पर प्रकाश डाला कि स्ट्रीमिंग सेवाएं एक लेवलर के रूप में कार्य करती हैं और उन्होंने कहा कि दूर-दराज से आने वाले नये कलाकारों एवं निर्माताओं की प्रतिभा अब दुनिया भर के दर्शकों तक सुलभ हो रही है।

इस समझौते व सहयोग के बारे में श्री धवन ने कहा कि इस तरह की साझेदारी, हमारे उद्योग एवं प्रतिभा को बढ़ावा देती है और इससे काफी सहायता मिलती है। हमारा मनोरंजन उद्योग तथा इसकी प्रतिभा मुझे उम्मीद से भर देते हैं और हम सभी को वैश्विक मनोरंजन मंच पर एक भारतीय होने का अर्थ फिर से परिभाषित करने की दिशा में कार्य करने में सहायता करता है।

इस मौके पर सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव श्री अपूर्व चंद्रा ने कहा कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय तथा अमेज़न इंडिया के बीच साझेदारी से भारतीय प्रतिभाओं को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अवसर मिलेंगे।

अमेज़न प्राइम वीडियो में एशिया पैसिफिक के उपाध्यक्ष श्री गौरव गांधी ने कहा कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के साथ हमारा समग्र सहयोग मनोरंजन उद्योग के विकास को आगे बढ़ाने के लिए जीवन के हर चरण व एकीकरण के प्रत्येक कोने को देखता है और हम इसके द्वारा प्राप्त की जाने वाली उपलब्धियों को लेकर बहुत आशान्वित हैं।

इस अवसर पर अमेज़न इंडिया में लोक नीति उपाध्यक्ष श्री चेतन कृष्णास्वामी, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में संयुक्त सचिव श्री विक्रम सहाय तथा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

सहयोग के बारे में जानकारी

लेटर ऑफ इंगेजमेंट (एलओई) मंत्रालय के अधीन विभिन्न संगठनों और अमेज़न के विभिन्न कार्यक्षेत्रों के बीच एक बहुआयामी साझेदारी की ओर आगे बढ़ता है। इनमें सरकार की तरफ से राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी), प्रसार भारती, प्रकाशन विभाग व भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) तथा सत्यजीत रे फिल्म एवं भारतीय टेलीविजन संस्थान (एसआरएफटीआई) के मीडिया प्रशिक्षण संस्थान शामिल हैं। अमेज़न की ओर से लेटर ऑफ इंगेजमेंट में अमेज़न प्राइम वीडियो, एलेक्सा, अमेज़न म्यूजिक, अमेज़न ई-मार्केटप्लेस और आईएमडीबी की भागीदारी हुई है।

जन जागरूकता कार्यक्रम और भारत की सांस्कृतिक विरासत को उजागर करना

अमेज़न के साथ लेटर ऑफ इंगेजमेंट में अमेज़न ई-कॉमर्स वेबसाइट द्वारा भारतीय संस्कृति पर प्रकाशन विभाग की पुस्तकों की एक समर्पित सूची के माध्यम से भारतीय विरासत को बढ़ावा मिलेगा तथा इसमें अमेज़न म्यूजिक और एलेक्सा पर भारतीय संगीत को अगले स्तर पर ले जाने की पहल भी शामिल हैं।

माननीय राष्ट्रपति और माननीय प्रधानमंत्री के भाषण, राष्ट्रीय महत्व की प्रमुख घटनाएं व जनहित अभियानों से संबंधित सामग्री तथा दैनिक समाचार बुलेटिन एलेक्सा और अमेज़न म्यूजिक के माध्यम से प्रसारित किए जाएंगे।

भारतीय प्रतिभा का बढ़ावा

अमेज़न प्राइम वीडियो (एपीवी) प्रतिभा विकास घटक के हिस्से के रूप में छात्रवृत्ति प्रायोजित करेगा, इंटर्नशिप कार्यक्रम संचालित करेगा तथा भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान व सत्यजीत रे फिल्म एवं भारतीय टेलीविजन संस्थान के छात्रों के लिए रोजगार के अवसर प्रदान करेगा। 
 
अमेज़न प्राइम वीडियो राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम के साथ साझेदारी में कौशल निर्माण गतिविधियां आयोजित करेगा, मीडिया एवं मनोरंजन उद्योग के लिए शैक्षणिक संस्थानों में भारतीय तथा अंतरराष्ट्रीय फिल्म हस्तियों द्वारा मास्टर क्लास आयोजित करेगा और '75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमारो' कार्यक्रम के विजेताओं की प्रतिभा को निखारने के अवसर भी देगा।

भारतीय प्रतिभाओं की वैश्विक खोज क्षमता बढ़ाने हेतु अमेज़न रचनात्मक उद्योग के लिए एक वैश्विक डेटाबेस आईएमडीबी पर भारतीय कलाकारों के बारे में जानकारी की उपलब्धता को आसान बनाने के उद्देश्य से एनएफडीसी के साथ कार्य करेगा।
 
भारतीय सामग्री के प्रदर्शन का एक वैश्विक मंच

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के साथ सहयोग के हिस्से के रूप में भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) पुरस्कार विजेता फिल्में और भारत की अंतरराष्ट्रीय सह-निर्माण सहयोग गतिविधियों के भाग के तौर पर निर्मित फिल्मों को वैश्विक दर्शकों के लिए उपलब्ध कराने के उद्देश्य से अमेज़न प्राइम वीडियो द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। अमेज़न प्राइम वीडियो दुनिया भर में भारत की उपलब्धियों को उजागर करने वाली फिल्मों एवं वेब-सीरीज के विकास की संभावनाओं का भी पता लगाएगा।

अमेज़न प्राइम वीडियो तथा मिनी टीवी, देश और दुनिया भर के युवाओं तक अपनी आसान पहुंच बनाने के लिए प्रसार भारती एवं राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम के स्वामित्व वाली समृद्ध अभिलेखीय सामग्री को इस्तेमाल करेंगे। अमेज़न प्रतिष्ठित भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) और क्षेत्रीय फिल्म समारोहों में सामग्री, प्रौद्योगिकी प्रदर्शनियों, निर्माता कार्यशालाओं तथा प्रतिभाओं के वाद-संवाद के लिए राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम के साथ सहयोग करना जारी रखेगा।
 

Achievement-दुनिया की सबसे बड़ी ग्रीन हाइड्रोजन माइक्रोग्रिड परियोजनाओं भारत में शुरू 

एनटीपीसी ने सिम्हाद्री (विशाखापत्तनम के पास) के एनटीपीसी गेस्ट हाउस में इलेक्ट्रोलाइजर का उपयोग करके हाइड्रोजन उत्पादन के साथ ही "एकल ईंधन-सेल आधारित माइक्रो-ग्रिड" परियोजना की शुरुआत की है। यह भारत की पहली हरित हाइड्रोजन आधारित ऊर्जा भंडारण परियोजना है। इसकी बड़े पैमाने पर हाइड्रोजन ऊर्जा भंडारण परियोजनाओं में अग्रणी भूमिका होगी और यह देश के विभिन्न ऑफ ग्रिड तथा महत्वपूर्ण स्थानों में माइक्रोग्रिड की स्थापना एवं अध्ययन के लिए उपयोगी साबित होगी।

 

परियोजना के तहत नजदीक के फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट से इनपुट पावर लेकर उन्नत 240 किलोवाट सॉलिड ऑक्साइड इलेक्ट्रोलाइजर का उपयोग करके हाइड्रोजन का उत्पादन किया जाएगा। धूप रहने के समय के दौरान घंटों तक उत्पादित हाइड्रोजन को उच्च दबाव में संग्रहित किया जाएगा और फिर 50 किलोवाट ठोस ऑक्साइड ईंधन सेल का उपयोग करके इसे विद्युतीकृत किया जाएगा। यह प्रणाली शाम 5 बजे से सुबह 7 बजे तक एकल आधार पर कार्य करेगी।

 

इस अनूठी परियोजना की रूपरेखा एनटीपीसी द्वारा इन-हाउस डिजाइन और तय की गई है। यह भारत के लिए एक विशिष्ट परियोजना है और देश के दूर-दराज के क्षेत्रों जैसे लद्दाख तथा जम्मू-कश्मीर इत्यादि, जो अब तक केवल डीजल जनरेटर पर निर्भर हैं, उनको डीकार्बोनाइज करने के लिए मार्ग प्रशस्त होगा। यह परियोजना माननीय प्रधानमंत्री के वर्ष 2070 तक कार्बन न्यूट्रल बनने और लद्दाख को कार्बन न्यूट्रल क्षेत्र बनाने के दृष्टिकोण के अनुरूप है।

Export-Grows-लगातार-बढ़-रहा-है-कृषि-एवं-प्रसंस्कृत-खाद्य-उत्पादों-का-निर्यात

एएबी समाचार
  कृषि उत्पाद के निर्यात पर अत्य़धिक जोर देते हुए, भारत ने मौजूदा वित्त वर्ष 2021-22 की अप्रैल-अक्टूबर की अवधि में पिछले वित्त वर्ष 2020-21 की उसी अवधि की तुलना में कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के निर्यात में करीब 15 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है।

वाणिज्यिक आसूचना एवं सांख्यिकी महानिदेशालय द्वारा जारी त्वरित अनुमानों के अनुसार, कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीईडीए) के उत्पादों के कुल  निर्यात में अप्रैल-अक्टूबर 2021 के दौरान पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में अमरीकी डॉलर के रूप में 14.7 प्रतिशत वृद्धि हुई।

एपीईडीए के उत्पादों का कुल निर्यात अप्रैल-अक्टूबर 2020 के 10,157 मिलियन अमरीकी डॉलर से बढकर अप्रैल-अक्टूबर 2021 में 11,651 मिलियन अमरीकी डॉलर हो गया।

निर्यातों में यह वृद्धि कोविड-19 के प्रतिबंधों के वाबजूद हुई है। कृषि उत्पादों के निर्यातों में इस वृद्धि को देश के कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के निर्यात पर जोर देते हुए किसानों की आय बढ़ाने की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता के प्रमाण के रूप में देखा जा रहा है।

मौजूदा वित्त वर्ष के प्रथम सात माह के दौरान कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के निर्यात में यह महत्वपूर्ण वृद्धि पिछले वित्त वर्ष 2020-21 में निर्यात में वृद्धि की निरंतरता है।

चावल के निर्यात में 10.5 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई, जो अप्रैल-अक्टूबर 2020 के 4777.35 मिलियन अमरीकी डॉलर से बढ़कर अप्रैल-अक्टूबर 2021 में 5278.95 मिलियन अमरीकी डॉलर हो गया।

 

त्वरित अनुमानों के अनुसार, ताजे फलों एवं सब्जियों के निर्यात में अमरीकी डॉलर के रूप में 11.6 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई, जबकि मोटे अनाजों से तैयार तथा विभिन्न प्रसंस्कृत सामग्रियों जैसे प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के निर्यात में 29 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई। अप्रैल-अक्टूबर 2020-21 में, ताजे फलों एवं सब्जियों का 1374.59 मिलियन अमरीकी डॉलर का निर्यात किया गया था, जो अप्रैल-अक्टूबर 2021-22 में बढ़कर 1534.05 मिलियन अमरीकी डॉलर हो गया।

 

भारत ने मौजूदा वित्त वर्ष (2021-22) के प्रथम सात महीने में अन्य मोटे अनाज के निर्यात में 85.4 प्रतिशत की ऊंची छलांग लगाई, जबकि मांस, दूध एवं कुक्कुट उत्पादों के निर्यात में 15.6 प्रतिशत वृद्धि हुई।

 

अन्य मोटे अनाज का निर्यात अप्रैल-अक्टूबर 2020 के 274.98 मिलियन अमरीकी डॉलर से बढ़कर अप्रैल-अक्टूबर 2021 में 509.77 मिलियन अमरीकी डॉलर हो गया और मांस, दूध एवं कुक्कुट उत्पादों का निर्यात अप्रैल-अक्टूबर 2020 के 1978.6 मिलियन अमरीकी डॉलर से बढ़कर अप्रैल-अक्टूबर 2021 में 2286.32 मिलियन अमरीकी डॉलर हो गया।

 

अप्रैल-अक्टूबर 2021 में काजू के निर्यात में 29.2 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई, क्योंकि अप्रैल-अक्टूबर 2020 में काजू का निर्यात 205.29 मिलियन अमरीकी डॉलर से बढ़कर अप्रैल-अक्टूबर 2021 में 265.27 मिलियन अमरीकी डॉलर हो गया।

 

वाणिज्य मंत्रालय के तहत कार्यरत एपीईडीए द्वारा की गई पहलों से एक ऐसे समय में देश को इस मील के पत्थर तक पहुंचने में मदद मिली है, जब कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर आने के बाद लागू किए गए प्रतिबंधों के कारण अधिकांश व्यापारिक गतिविधियों को काफी झटका लगा।  

 

एपीईडीए के अध्यक्ष डॉ. एम अंगामुतु ने कहा, हम पूर्वी, उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों तथा पर्वतीय राज्यों से निर्यात के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने पर जोर दे रहे हैं, जहां पहले इंफ्रास्ट्रक्चर पर्याप्त नहीं था।

 

एपीईडीए की ओर से कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विभिन्न देशों में बी2बी प्रदर्शनियां आयोजित करने, उत्पाद विशेष के माध्यम से नए संभावित बाजारों की तलाश करने और सामान्य विपणन अभियानों में भारतीय दूतावासों की सक्रिय भागीदारी जैसी अनेक पहलों से कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के निर्यात में वृद्धि हुई है।

 

एपीईडीए ने अमरीका के साथ हस्तशिल्प सहित संयुक्त अरब अमीरात तथा भौगोलिक संकेतकों वाले उत्पादों के साथ कृषि एवं खाद्य उत्पादों पर क्रेता-विक्रेता की वर्चुअल बैठकों का आयोजन करके भारत में पंजीकृत भौगोलिक संकेतकों (जीआई) वाले उत्पादों को बढ़ावा देने की दिशा में कई कदम भी उठाए हैं। एपीईडीए निर्यात की गई प्रमुख क़ृषि सामग्रिय़ों के जीआई उत्पादों के प्रचार के लिए संभावित आयातक देशों के साथ वर्चुअल तौर पर क्रेता-विक्रेता बैठकों के संचालन की लगातार पहल कर रहा है।  

 

निर्यात वाले उत्पादों के निर्बाध गुणवत्ता प्रमाणन सुनिश्चित करने के क्रम में, एपीईडीए ने अनेक उत्पादों तथा निर्यातकों के लिए परीक्षण की सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से देशभर में 220 प्रयोगशालाओं को मान्यता दी है।

 

एपीईडीए निर्यात परीक्षण तथा अवशेष निगरानी योजनाओं के लिए मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं के उन्नयन एवं सशक्तिकरण सहायता करता है। एपीईडीए कृषि उत्पादों के निर्यात पर जोर देने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर विकास, गुणवत्ता में सुधार और बाजार के विकास के क्रम में वित्तीय सहायता योजनाओं के तहत सहायता भी प्रदान करता है।

 

एपीईडीए अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेलों में निर्यातकों की भागीदारी आयोजित करता है, जो निर्यातकों को वैश्विक बाजार में अपने खाद्य उत्पादों को बेचने के लिए एक मंच प्रदान करता है। एपीईडीए कृषि निर्यातों को बढ़ावा देने के लिए आहार, ऑर्गेनिक वर्ल्ड कांग्रेस, बायोफैच इंडिया आदि जैसे राष्ट्रीय कार्यक्रम भी आयोजित करता है।

 

एपीईडीए अंतर्राष्ट्रीय बाजार की गुणवत्ता संबंधी जरूरतों को पूरा करने के क्रम में बागवानी के उत्पादों के लिए पैक-हाउसों के पंजीकरण की भी पहल करता है। यूरोपीय संघ और गैर-यूरोपीय देशों के लिए गुणवत्ता सुनिश्चित करने के क्रम में मूंगफली की शेलिंग तथा ग्रेडिंग और प्रोसेसिंग यूनिटों के लिए निर्यात इकाइयों का पंजीकरण भी करता है।

 

एपीईडीए वैश्विक खाद्य सुरक्षा एवं गुणवत्ता संबंधी आवश्यकताओं का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए मांस प्रसंस्करण संयंत्रों एवं बूचड़खानों का पंजीकरण करता है। अन्य प्रमुख पहलों में स्थान का पता लगाने की प्रणालियों को विकसित करना तथा कार्यान्वित करना शामिल है, जो आयातक देशों के लिए खाद्य सुरक्षा तथा गुणवत्ता अनुपालन सुनिश्चित करता है। निर्यात पर जोर देने के लिए, एपीईडीए विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय व्यापार विश्लेषणात्मक सूचना, बाजार पहुंच सूचना तैयार करके निर्यातकों को भेजता है तथा व्यापार संबंधी पूछताछ का समाधान करता है।

 

भारत के निर्यात का तुलनात्मक विवरणः एपीईडीए उत्पाद

उत्पाद शीर्ष

अप्रैल-अक्टूबर,

2020-21

अप्रैल-अक्टूबर

2021-22

प्रतिशत परिवर्तन ( अप्रैल-अक्टूबर,2021)

रुपए करोड

अमरीकी डॉलर

रुपए करोड

अमरीकी डॉलर

अमरीकी डॉलर

फल और सब्जियां

10300.11

1374.59

11367.76

1534.05

11.6

मोटे अनाज तथा विविध प्रसंस्कृत सामग्रियां

7262

972.71

9293.89

1254.71

29.0

मांस, दूध एवं कुक्कुट उत्पाद

14748.51

1978.6

16933.47

2286.32

15.6

चावल

35753.96

4777.35

39096.62

5278.95

10.5

अन्य मोटे अनाज

2046.08

274.98

3773.07

509.77

85.4

काजू

1535.23

205.29

1966.41

265.27

29.2

खाद्य तेल

4277.89

573.14

3867.43

522.31

-8.9

कुल

75924

10157

86299

11651

14.7

स्रोतः डीजीसीआईएस, अप्रैल-अक्टूबर, 2021 के लिए त्वरित अनुमान