अप्रैल 2023
OTT Platform- रचनात्मक अभिव्यक्ति के नाम पर अश्लीलता एवं दुर्व्यवहार  को बढ़ावा न दे -सूचना प्रसारण मंत्री

AAB NEWS
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने
ओटीटी प्लेटफार्मों पर उपलब्ध कराई जा रही सामग्री की गुणवत्ता के प्रति अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, ओटीटी प्लेटफार्मों की यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी है कि इस तरह के मंच रचनात्मक अभिव्यक्ति के नाम पर अश्लीलता एवं दुर्व्यवहार का प्रचार-प्रसार न करें। श्री ठाकुर ने यह भी कहा कि ओटीटी प्लेटफार्म को सामूहिक कल्याण तथा रचनात्मक विविधता को प्रतिबिंबित करना चाहिए।
 
ये विचार उन्होंने बुधवार को मीडिया, मनोरंजन तथा जन जागरूकता कार्यक्रम के क्षेत्र में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और अमेज़न इंडिया के बीच साझेदारी की घोषणा और समझौते के अवसर पर लोगों को संबोधन के दौरान की। उन्होंने कहा कि भारत एक प्राचीन सभ्यता है और इस वजह से भारत के इतिहास में ऐसे लाखों घटनाक्रम संरक्षित हैं, जिन्हें बताया जाना अभी शेष है।
 
श्री ठाकुर ने कहा कि इन कहानियों का दायरा समय के साथ आगे बढ़ जाता है और यह आध्यात्मिकता से लेकर सॉफ्टवेयर तक, परंपराओं से लेकर वर्तमान चलन तक, लोक कथाओं से लेकर त्योहारों तक तथा ग्रामीण भारत से लेकर नये विकसित होते हुए भारत तक एक विशाल क्षेत्र को कवर करता है। उन्होंने कहा कि हाल के समय में भारतीय सामग्री को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर काफी सफलता मिली है और भारतीय अभिनेताओं ने विदेशी दर्शकों के बीच अपनी उच्च लोकप्रियता हासिल की है।

केंद्रीय मंत्री ने भारत में मनोरंजन उद्योग के लिए अनुकूल माहौल बनाने के उद्देश्य से सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा उठाए गए कदमों की चर्चा की। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार भारतीय मनोरंजन उद्योग, विशेष रूप से ओटीटी जैसे नए प्लेटफार्मों की शक्ति और इसमें निहित अवसरों को पहचानती है। 
 
श्री ठाकुर ने कहा कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने दृश्य-श्रव्य सेवाओं को ऊंचे दर्जे के सेवा क्षेत्र के रूप में मान्यता दी है और हाल ही में ओटीटी सामग्री विनियमन के स्व-नियामक ढांचे को प्रस्तुत किया गया है।

श्री अनुराग ठाकुर ने अमेज़न के साथ साझेदारी के बारे में कहा कि अमेज़न इंडिया के साथ साझेदारी कई मामलों में अद्वितीय है और लेटर ऑफ इंगेजमेंट रचनात्मक उद्योग के विभिन्न पक्षों तक फैला हुआ है। यह साझेदारी भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान तथा सत्यजीत रे फिल्म एवं भारतीय टेलीविजन संस्थान में छात्रों के लिए छात्रवृत्ति, इंटर्नशिप, मास्टर क्लास तथा अन्य अवसरों के प्रावधानों के माध्यम से मनोरंजन उद्योग व अकादमिक संबंधों को सशक्त करने में सहायता करेगी। उन्होंने कहा कि इस पहल से भारत के प्रतिष्ठित फिल्म संस्थानों से निकलने वाले प्रतिभाशाली कलाकारों के लिए संघर्ष की अवधि कम करने में मदद मिलेगी।

इस कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि वरुण धवन ने स्ट्रीमिंग सेवाओं द्वारा हासिल की जा रही सफलता एवं पहुंच के बारे में जिक्र किया। उन्होंने कहा कि स्ट्रीमिंग के माध्यम से भारतीय सिनेमा अब एक अलग ही वैश्विक स्तर पर पहुंच रहा है और इस तरह की स्ट्रीमिंग सेवाओं के जरिये आज भारतीय मनोरंजन सामग्री को अप्रत्याशित दर्शकों तक पहुंच प्राप्त हो रही है। श्री धवन ने इस तत्थ्य पर प्रकाश डाला कि स्ट्रीमिंग सेवाएं एक लेवलर के रूप में कार्य करती हैं और उन्होंने कहा कि दूर-दराज से आने वाले नये कलाकारों एवं निर्माताओं की प्रतिभा अब दुनिया भर के दर्शकों तक सुलभ हो रही है।

इस समझौते व सहयोग के बारे में श्री धवन ने कहा कि इस तरह की साझेदारी, हमारे उद्योग एवं प्रतिभा को बढ़ावा देती है और इससे काफी सहायता मिलती है। हमारा मनोरंजन उद्योग तथा इसकी प्रतिभा मुझे उम्मीद से भर देते हैं और हम सभी को वैश्विक मनोरंजन मंच पर एक भारतीय होने का अर्थ फिर से परिभाषित करने की दिशा में कार्य करने में सहायता करता है।

इस मौके पर सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव श्री अपूर्व चंद्रा ने कहा कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय तथा अमेज़न इंडिया के बीच साझेदारी से भारतीय प्रतिभाओं को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अवसर मिलेंगे।

अमेज़न प्राइम वीडियो में एशिया पैसिफिक के उपाध्यक्ष श्री गौरव गांधी ने कहा कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के साथ हमारा समग्र सहयोग मनोरंजन उद्योग के विकास को आगे बढ़ाने के लिए जीवन के हर चरण व एकीकरण के प्रत्येक कोने को देखता है और हम इसके द्वारा प्राप्त की जाने वाली उपलब्धियों को लेकर बहुत आशान्वित हैं।

इस अवसर पर अमेज़न इंडिया में लोक नीति उपाध्यक्ष श्री चेतन कृष्णास्वामी, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में संयुक्त सचिव श्री विक्रम सहाय तथा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

सहयोग के बारे में जानकारी

लेटर ऑफ इंगेजमेंट (एलओई) मंत्रालय के अधीन विभिन्न संगठनों और अमेज़न के विभिन्न कार्यक्षेत्रों के बीच एक बहुआयामी साझेदारी की ओर आगे बढ़ता है। इनमें सरकार की तरफ से राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी), प्रसार भारती, प्रकाशन विभाग व भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) तथा सत्यजीत रे फिल्म एवं भारतीय टेलीविजन संस्थान (एसआरएफटीआई) के मीडिया प्रशिक्षण संस्थान शामिल हैं। अमेज़न की ओर से लेटर ऑफ इंगेजमेंट में अमेज़न प्राइम वीडियो, एलेक्सा, अमेज़न म्यूजिक, अमेज़न ई-मार्केटप्लेस और आईएमडीबी की भागीदारी हुई है।

जन जागरूकता कार्यक्रम और भारत की सांस्कृतिक विरासत को उजागर करना

अमेज़न के साथ लेटर ऑफ इंगेजमेंट में अमेज़न ई-कॉमर्स वेबसाइट द्वारा भारतीय संस्कृति पर प्रकाशन विभाग की पुस्तकों की एक समर्पित सूची के माध्यम से भारतीय विरासत को बढ़ावा मिलेगा तथा इसमें अमेज़न म्यूजिक और एलेक्सा पर भारतीय संगीत को अगले स्तर पर ले जाने की पहल भी शामिल हैं।

माननीय राष्ट्रपति और माननीय प्रधानमंत्री के भाषण, राष्ट्रीय महत्व की प्रमुख घटनाएं व जनहित अभियानों से संबंधित सामग्री तथा दैनिक समाचार बुलेटिन एलेक्सा और अमेज़न म्यूजिक के माध्यम से प्रसारित किए जाएंगे।

भारतीय प्रतिभा का बढ़ावा

अमेज़न प्राइम वीडियो (एपीवी) प्रतिभा विकास घटक के हिस्से के रूप में छात्रवृत्ति प्रायोजित करेगा, इंटर्नशिप कार्यक्रम संचालित करेगा तथा भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान व सत्यजीत रे फिल्म एवं भारतीय टेलीविजन संस्थान के छात्रों के लिए रोजगार के अवसर प्रदान करेगा। 
 
अमेज़न प्राइम वीडियो राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम के साथ साझेदारी में कौशल निर्माण गतिविधियां आयोजित करेगा, मीडिया एवं मनोरंजन उद्योग के लिए शैक्षणिक संस्थानों में भारतीय तथा अंतरराष्ट्रीय फिल्म हस्तियों द्वारा मास्टर क्लास आयोजित करेगा और '75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमारो' कार्यक्रम के विजेताओं की प्रतिभा को निखारने के अवसर भी देगा।

भारतीय प्रतिभाओं की वैश्विक खोज क्षमता बढ़ाने हेतु अमेज़न रचनात्मक उद्योग के लिए एक वैश्विक डेटाबेस आईएमडीबी पर भारतीय कलाकारों के बारे में जानकारी की उपलब्धता को आसान बनाने के उद्देश्य से एनएफडीसी के साथ कार्य करेगा।
 
भारतीय सामग्री के प्रदर्शन का एक वैश्विक मंच

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के साथ सहयोग के हिस्से के रूप में भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) पुरस्कार विजेता फिल्में और भारत की अंतरराष्ट्रीय सह-निर्माण सहयोग गतिविधियों के भाग के तौर पर निर्मित फिल्मों को वैश्विक दर्शकों के लिए उपलब्ध कराने के उद्देश्य से अमेज़न प्राइम वीडियो द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। अमेज़न प्राइम वीडियो दुनिया भर में भारत की उपलब्धियों को उजागर करने वाली फिल्मों एवं वेब-सीरीज के विकास की संभावनाओं का भी पता लगाएगा।

अमेज़न प्राइम वीडियो तथा मिनी टीवी, देश और दुनिया भर के युवाओं तक अपनी आसान पहुंच बनाने के लिए प्रसार भारती एवं राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम के स्वामित्व वाली समृद्ध अभिलेखीय सामग्री को इस्तेमाल करेंगे। अमेज़न प्रतिष्ठित भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) और क्षेत्रीय फिल्म समारोहों में सामग्री, प्रौद्योगिकी प्रदर्शनियों, निर्माता कार्यशालाओं तथा प्रतिभाओं के वाद-संवाद के लिए राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम के साथ सहयोग करना जारी रखेगा।
 

Vande Bharat Express- मप्र के पहली व् भारत की  11 वीं  वन्देभारत रेल भोपाल से दिल्ली के बीच दौड़ेगी

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज मध्य प्रदेश में भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से भोपाल और नई दिल्ली के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस रेलगाड़ी को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने के बाद रानी कमलापति-नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस रेलगाड़ी का निरीक्षण किया और ट्रेन के चालक दल तथा वहां पर उपस्थित बच्चों के साथ बातचीत भी की।

प्रधानमंत्री ने इंदौर के एक मंदिर में रामनवमी कार्यक्रम के दौरान हुई त्रासदी पर दुःख जताते हुए अपने संबोधन की शुरुआत की और दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की और इस दुर्घटना के दौरान घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की।

प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश के निवासियों को उनकी पहली वंदे भारत रेलगाड़ी मिलने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह रेलगाड़ी दिल्ली से भोपाल के बीच यात्रा में लगने वाले समय को कम करेगी और व्यवसायियों तथा युवाओं के लिए कई सुविधाएं एवं सहूलियतें प्रदान करेगी।

प्रधानमंत्री ने इस तथ्य को दोहराया कि वह स्वयं को सौभाग्यशाली समझते हैं क्योंकि उन्होंने ही आज के आयोजन स्थल अर्थात रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का भी उद्घाटन किया था। श्री मोदी ने नई दिल्ली के लिए भारत की अत्याधुनिक वंदे भारत एक्सप्रेस रेलगाड़ी को हरी झंडी दिखाने का अवसर प्राप्त होने पर भी आभार व्यक्त किया। 

उन्होंने कहा कि आज का दिन भारतीय रेलवे के इतिहास में दुर्लभतम उदाहरणों में से एक है, क्योंकि किसी प्रधानमंत्री ने बहुत ही कम समय में एक ही रेलवे स्टेशन का दो बार दौरा किया है। श्री मोदी ने कहा कि आज का अवसर आधुनिक भारत के लिए एक नई व्यवस्था और नई परंपराओं के निर्माण का एक प्रमुख उदाहरण है।

प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर स्कूली बच्चों के साथ हुई अपनी बातचीत का उल्लेख किया और बच्चों के बीच इस रेलगाड़ी के बारे में उत्सुकता एवं उत्साह की भावना को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि वंदे भारत रेलगाड़ी भारत के जोश और उत्साह का प्रतीक है। श्री मोदी ने कहा कि यह ट्रेन हमारे कौशल, आत्मविश्वास एवं क्षमताओं का प्रतिनिधित्व करती है।

प्रधानमंत्री ने इस क्षेत्र में पर्यटन के लिए वंदे भारत रेलगाड़ी चलने के लाभों पर भी प्रकाश डाला क्योंकि इसके संचालन से सांची, भीमबेटका, भोजपुर और उदयगिरि गुफाओं में पर्यटन के लिए अधिक यात्री आने लगेंगे। इससे रोजगार, आय व स्वरोजगार के अवसरों में भी सुधार होगा।

प्रधानमंत्री ने 21वीं सदी में भारत की नई सोच और दृष्टिकोण पर जोर देते हुए नागरिकों की आवश्यकताओं को पूरा करने की कीमत पर पिछली सरकारों द्वारा किए गए तुष्टिकरण का उल्लेख किया। 

उन्होंने कहा कि वे वोट बैंक के पुष्टिकरण में जुटे हुए थे। हम देशवासियों के संतुष्टिकरण में समर्पित हैं। प्रधानमंत्री ने भारतीय रेलवे को सामान्य पारिवारिक परिवहन का साधन बताया और उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि अपने हितों को पूरा करने के लिए इसे पहले उन्नत तथा आधुनिक नहीं बनाया गया।

श्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने भारतीय रेलवे को दुनिया में सबसे अच्छा रेल नेटवर्क बनाने का प्रयास किया है। वर्ष 2014 से पहले भारतीय रेलवे पर होने वाली नकारात्मक टिप्पणियों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने देश के व्यापक रेल नेटवर्क में हजारों मानव रहित फाटकों के कारण होने वाली घातक दुर्घटनाओं के मुद्दे का भी जिक्र किया। 

उन्होंने कहा कि ब्रॉडगेज रेल नेटवर्क आज मानव रहित गेट से मुक्त हो चुका है। श्री मोदी ने यह भी कहा कि पहले के समय में ट्रेन दुर्घटनाओं से संबंधित जान-माल के नुकसान की खबरें आना आम बात थी, लेकिन आज के समय में भारतीय रेलवे पहले की अपेक्षा बहुत अधिक सुरक्षित हो गई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि रेल यात्रियों की सुरक्षा को और बढ़ावा देने के लिए मेड इन इंडिया 'कवच' के दायरे का विस्तार किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि सुरक्षा का दृष्टिकोण केवल दुर्घटनाओं तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह भी है कि यात्रा के दौरान जब किसी भी आपात स्थिति में मदद पहुंचेगी तो महिलाओं के लिए अत्यधिक लाभकारी होगा। साफ-सफाई, समयबद्धता और टिकटों की कालाबाजारी सभी को प्रौद्योगिकी और यात्रियों के प्रति चिंता से ठीक किया गया है।

श्री मोदी ने कहा कि 'वन स्टेशन वन प्रोडक्ट' पहल के माध्यम से स्थानीय कारीगरों के उत्पादों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने के लिए रेलवे एक शक्तिशाली उपकरण के रूप में उभर रहा है। योजना के तहत यात्री स्टेशन पर ही जिले के स्थानीय उत्पाद जैसे हस्तशिल्प, कला, बर्तन, कपड़ा, पेंटिंग आदि खरीद सकते हैं। देश में लगभग 600 आउटलेट पहले से ही चालू हैं और कम समय में इनसे एक लाख से ज्यादा यात्री खरीदारी कर चुके हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि "आज भारतीय रेल देश के आम परिवारों के लिए सुविधा का पर्याय बन रही है।" उन्होंने इस संबंध में रेलवे स्टेशन के आधुनिकीकरण, 6000 स्टेशनों पर वाई-फाई सुविधा और 900 स्टेशनों पर सीसीटीवी जैसे कदमों को गिनाया। उन्होंने युवाओं में वंदे भारत की लोकप्रियता और देश के कोने-कोने से वंदे भारत की बढ़ती मांग पर भी प्रकाश डाला।

प्रधानमंत्री ने इस साल के बजट में रेलवे के लिए रिकॉर्ड आवंटन का जिक्र किया। उन्होंने कहा, "जब इच्छा होती है, इरादे स्पष्ट होते हैं और संकल्प दृढ़ होता है तो नए रास्ते निकलते हैं।" श्री मोदी ने बताया कि पिछले 9 वर्षों में रेल बजट में लगातार वृद्धि की गई है और मध्य प्रदेश को 2014 से पहले के वर्षों के औसत 600 करोड़ रुपये की तुलना में रेल संबंधी बजट में 13,000 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं।

रेलवे के आधुनिकीकरण का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि देश के कुछ हिस्सों में हर दूसरे दिन 100 प्रतिशत रेलवे नेटवर्क का विद्युतीकरण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शत-प्रतिशत विद्युतीकरण करने वाले 11 राज्यों में मध्यप्रदेश भी शामिल है। प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 के बाद प्रति वर्ष रेलवे मार्गों का औसत विद्युतीकरण 600 किलोमीटर से दस गुना बढ़कर 6000 किलोमीटर हो गया है।

प्रधानमंत्री ने आगे कहा, "आज मध्यप्रदेश निरंतर विकास की नई गाथा लिख रहा है। चाहे कृषि हो या उद्योग, आज मध्य प्रदेश की ताकत भारत की ताकत का विस्तार कर रही है।" उन्होंने दोहराया कि विकास के उन अधिकांश पैमानों पर मध्यप्रदेश का प्रदर्शन सराहनीय है, जिन पर कभी राज्य को 'बीमारू' कहा जाता था। 

प्रधानमंत्री ने गरीबों के लिए घर बनाने में मध्यप्रदेश अग्रणी राज्यों में होने का उदाहरण दिया। उन्होंने आगे कहा कि राज्य हर घर में पानी पहुंचाने में भी अच्छा काम कर रहा है। उन्होंने राज्य के किसानों के बारे में बात करते हुए कहा कि वे गेहूं सहित कई फसलों के उत्पादन में नए रिकॉर्ड बना रहे हैं। उन्होंने राज्य में उद्योगों पर कहा कि यह लगातार नए मानकों की ओर बढ़ रहा है, जिससे युवाओं के लिए अनंत अवसर पैदा हो रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने देश के अंदर और बाहर दोनों जगह उनकी छवि खराब करने के ठोस प्रयासों के बारे में लोगों को सचेत किया। उन्होंने कहा, "भारत का गरीब, भारत का मध्यम वर्ग, भारत का आदिवासी, भारत का दलित-पिछड़ा, हर भारतीय मेरा सुरक्षा कवच बन गया है"। 

उन्होंने लोगों से देश के विकास पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहते हुए कहा, "हमें विकसित भारत में मध्यप्रदेश की भूमिका को और बढ़ाना है। यह नई वंदे भारत एक्सप्रेस इसी संकल्प का एक हिस्सा है।”

इस अवसर पर मध्य प्रदेश के राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और केन्द्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव उपस्थित थे।

वंदे भारत एक्सप्रेस सेवा की पृष्ठभूमि

वंदे भारत एक्सप्रेस ने देश में यात्रा के अनुभव को फिर से परिभाषित किया है। रानी कमलापति रेलवे स्टेशन, भोपाल और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के बीच शुरू की जा रही नई ट्रेन देश की 11वीं वंदे भारत सेवा और 12वीं वंदे भारत ट्रेन होगी। 

स्वदेशी रूप से डिजाइन की गई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं से लैस है। यह रेल उपयोगकर्ताओं के लिए एक तेज़, अधिक आरामदायक और अधिक सुविधाजनक यात्रा अनुभव प्रदान करेगी, पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और क्षेत्र में आर्थिक विकास मजबूती प्राप्त होगी।