Mani App For Visually Impaired : एप बोलकर बताएगा कितने का नोट है ...
एएबी समाचार, मुंबई । दृष्टिबाधित (Visually Challenged) की मदद के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक मोबाइल ऐप ‘मनी’ (MANI) पेश किया है. इस ऐप के जरिये दृष्टिबाधित व्यक्ति नकद नोटों (Currency Notes) की पहचान कर सकेंगे. देश में करीब 80 लाख नेत्रहीन लोग हैं. आरबीआई की इस पहल से उन्हें लाभ होगा.
वर्तमान में 10, 20, 50, 100, 200, 500 और 2,000 रुपए के बैंक नोट चलन में हैं. नोट को पहचानने में नेत्रहीनों की मदद के लिए ‘इंटाग्लियो प्रिंटिंग’ आधारित पहचान चिह्न दिए गए हैं. यह चिह्न 100 रुपये और उससे ऊपर के नोट में हैं. दृष्टिबाधित लोगों के लिए नकदी आधारित लेनदेन को सफल बनाने के लिए बैंक नोट की
वर्तमान में 10, 20, 50, 100, 200, 500 और 2,000 रुपए के बैंक नोट चलन में हैं. नोट को पहचानने में नेत्रहीनों की मदद के लिए ‘इंटाग्लियो प्रिंटिंग’ आधारित पहचान चिह्न दिए गए हैं. यह चिह्न 100 रुपये और उससे ऊपर के नोट में हैं. दृष्टिबाधित लोगों के लिए नकदी आधारित लेनदेन को सफल बनाने के लिए बैंक नोट की
बिना इन्टरनेट के भी काम करेगा MANI ऐप
केंद्रीय बैंक ने बयान में कहा कि दृष्टबाधित इस ऐप के जरिये यह पता लगा सकेंगे कि नोट कितने मूल्य का है. एक और खास बात यह है कि एक बार इसे स्थापित करने के बाद यह ऐप इन्टरनेट की बिना भी काम करेगा.
ऐसे करेगा काम
प्रयोगकर्ता इस ऐप को डाउनलोड करेंगे. उसके बाद कैमरे के जरिये नोट को जांच किया जा सकेगा. जांच के बाद ऐप बोलकर बताएगा कि नोट कितने का है. हिंदी और अंग्रेजी दोनों में नोट का मूल्य बताया जाएगा. यह ऐप एंड्रॉयड (Android) और आईओएस ऑपरेटिंग सिस्टम्स (IOS) दोनों पर उपलब्ध है.
केंद्रीय बैंक ने बयान में कहा कि दृष्टबाधित इस ऐप के जरिये यह पता लगा सकेंगे कि नोट कितने मूल्य का है. एक और खास बात यह है कि एक बार इसे स्थापित करने के बाद यह ऐप इन्टरनेट की बिना भी काम करेगा.
ऐसे करेगा काम
प्रयोगकर्ता इस ऐप को डाउनलोड करेंगे. उसके बाद कैमरे के जरिये नोट को जांच किया जा सकेगा. जांच के बाद ऐप बोलकर बताएगा कि नोट कितने का है. हिंदी और अंग्रेजी दोनों में नोट का मूल्य बताया जाएगा. यह ऐप एंड्रॉयड (Android) और आईओएस ऑपरेटिंग सिस्टम्स (IOS) दोनों पर उपलब्ध है.
रिजर्व बैंक के गवर्नर (RBI Governor) शक्तिकांत दास ने बुधवार को इस ऐप को पेश किया. इस मौके पर अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे. केंद्रीय बैंक ने कहा कि इस ऐप के जरिये यह पता नहीं लगेगा कि नोट असली है या नकली.