• Industrial Index of Production : पिछले साल की तुलना में २३ उद्योग समूहों में से १७ क्षेत्रों के उत्पादन में गिरावट दर्ज


    TataCliq [CPS] INएएबी समाचार / देश में वर्ष २०१९ का औद्योगिक सूचकांक पिछले साल के मुकाबले ४.३ फीसदी की गिरावट दर्ज की गयी है। मौजूदा वित्तीय वर्ष में यह १२३.३ अंक रहा विनिर्माण के अन्य क्षेत्रों से प्राप्त आंकड़े भी काफी निराशाजनक तस्वीर पेश करते नजर आ रहे हैं
    सितम्बर, 2019 में खननविनिर्माण (मैन्‍युफैक्‍चरिंग) एवं बिजली क्षेत्रों की उत्‍पादन वृद्धि दर सितम्बर, 2018 के मुकाबले क्रमश: खनन क्षेत्र में (-) 8.5 फीसदी,  विनिर्माण क्षेत्र में (-) 3.9 फीसदी तथा  बिजली क्षेत्रों  में (-) 2.6 फीसदी रही।
    उद्योगों की दृष्टि से विनिर्माण क्षेत्र के 23 उद्योग समूहों (दो अंकों वाली एनआईसी-2008 के अनुसार) में  सितम्बर, 2018 की तुलना में  सितम्बर, 2019 के दौरान  उद्योग समूह ‘मोटर वाहनोंट्रेलरों एवं सेमी-ट्रेलरों के विनिर्माण’ ने (-) 24.8 प्रतिशत की सर्वाधिक ऋणात्‍मक वृद्धि दर दर्ज की है। इसके बाद के फर्नीचर के विनिर्माण' क्षेत्र में  (-) 23.6 प्रतिशत की ऋणात्‍मक वृद्धि दर दर्ज की है। इसी तरह मशीनरी और उपकरणों को छोड़ गढ़े हुए धातु उत्पादों के विनिर्माण’ ने (-) 22.0 प्रतिशत की ऋणात्‍मक वृद्धि दर दर्ज की है। हालाँकि विनिर्माण के २३ में से 6 समूहों ने  सितम्बर, 2018 की तुलना में  सितम्बर, 2019 के दौरान धनात्मक वृद्धि दर दर्ज की है। इस दौरान  लकड़ी एवं लकड़ी उत्‍पादों व कार्क के विनिर्माण’ 15.5 प्रतिशत की सर्वाधिक धनात्‍मक वृद्धि दर दर्ज की है। इसके बाद बुनियादी धातुओं के विनिर्माणका नम्बर आता है जिसने 9.2 प्रतिशत की धनात्‍मक वृद्धि दर दर्ज की है।
    उपयोग आधारित वर्गीकरण के अनुसार सितम्बर, 2019 में  पूंजीगत सामान  की उत्‍पादन वृद्धि दर सितम्बर 2018 की तुलना में प्राथमिक वस्‍तुओं (प्राइमरी गुड्स) के क्षेत्र में (-) 5.1 फीसदी, (-) 20.7 फीसदी, मध्‍यवर्ती वस्तुओं के क्षेत्र में  -7.0 फीसदी और  बुनियादी ढांचागत/निर्माण वस्‍तुओं के क्षेत्र में (-) 6.4 फीसदी रही। जहां तक टिकाऊ उपभोक्‍ता सामान का सवाल हैइनकी उत्‍पादन वृद्धि दर सितम्बर, 2019 में (-) 9.9 फीसदी रही है। इसी तरह गैर-टिकाऊ उपभोक्‍ता सामान की उत्‍पादन वृद्धि दर सितम्बर, 2019 में (-) 0.4 फीसदी रही।