MHRD's Students Helpline : लाक डाउन के चलते विद्यार्थियों को हो रही परेशानियों का समाधान करेगी यह वेबसाइट
एएबी समाचार । ‘कोविड-19’ के प्रकोप और 25 मार्च से किए गए देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से कॉलेजों एवं छात्रावासों को बंद करने के कारण कुछ विद्यार्थियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। अत: इन विद्यार्थियों को सहायता एवं सहयोग प्रदान करने के लिए एआईसीटीई (अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद) ने एक अनूठा ‘एमएचआरडी एआईसीटीई कोविड-19 स्टूडेंट हेल्पलाइन पोर्टल’ लॉन्च किया है, ताकि उनकी समस्याओं का निवारण हो सके।
मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने यह वेबसाइट आज लॉन्च की। यह लॉन्चिंग एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रो. अनिल सहस्रबुद्धे, एआईसीटीई के उपाध्यक्ष श्री एम पी पूनिया, एआईसीटीई के मुख्य समन्वय अधिकारी श्री बुद्ध चंद्रशेखर और ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट इंटर्न शिवांशु एवं आकाश की मौजूदगी में की गई जिन्होंने एक दिन के रिकॉर्ड समय में इस पोर्टल को विकसित किया है।
इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि यह पोर्टल अनिवार्य रूप से उन विद्यार्थियों को जोड़ने के लिए है, जिन्हें मदद की सख्त आवश्यकता है। इसके तहत जो सहयोग दिया जाएगा वह आवास, भोजन, ऑनलाइन कक्षाओं, उपस्थिति, परीक्षाओं, छात्रवृत्ति, स्वास्थ्य, परिवहन, उत्पीड़न से मुक्ति इत्यादि से संबंधित होगा।
मंत्री ने बताया कि इस तरह की विकट परिस्थितियों में आवश्यक सहयोग प्रदान करने के लिए 6500 से भी अधिक कॉलेज पहले ही आगे आ चुके हैं। विभिन्न कठिनाइयों का सामना कर रहे विद्यार्थियों को इस पोर्टल के माध्यम से सीधे उनके साथ जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। श्री निशंक ने उन विद्यार्थियों के प्रयासों की भी सराहना की जिन्होंने यह अनूठा पोर्टल विकसित किया है।
इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि यह पोर्टल अनिवार्य रूप से उन विद्यार्थियों को जोड़ने के लिए है, जिन्हें मदद की सख्त आवश्यकता है। इसके तहत जो सहयोग दिया जाएगा वह आवास, भोजन, ऑनलाइन कक्षाओं, उपस्थिति, परीक्षाओं, छात्रवृत्ति, स्वास्थ्य, परिवहन, उत्पीड़न से मुक्ति इत्यादि से संबंधित होगा।
मंत्री ने बताया कि इस तरह की विकट परिस्थितियों में आवश्यक सहयोग प्रदान करने के लिए 6500 से भी अधिक कॉलेज पहले ही आगे आ चुके हैं। विभिन्न कठिनाइयों का सामना कर रहे विद्यार्थियों को इस पोर्टल के माध्यम से सीधे उनके साथ जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। श्री निशंक ने उन विद्यार्थियों के प्रयासों की भी सराहना की जिन्होंने यह अनूठा पोर्टल विकसित किया है।
उन्हें यह जानकर अत्यंत खुशी हुई कि कई उच्च शिक्षण संस्थान भी अपने शोध के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाकर सरकार को आवश्यक सहयोग देने के लिए आगे आ रहे हैं। एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रो. अनिल सहस्रबुद्धे ने भी स्वैच्छिक संगठनों, गैर सरकारी संगठनों, सामाजिक संगठनों एवं परोपकारी लोगों से अपील की कि वे भी 6500 कॉलेजों की भांति ही आगे आएं और अपनी ओर से हरसंभव सहयोग प्रदान करें।
इच्छुक सामाजिक संगठन, गैर सरकारी संगठन एवं परोपकारी लोग कृपया एआईसीटीई से यहां संपर्क कर सकते हैं: [email protected]