एएबी समाचार, सागर । हैरिटेज वॉक का समापन चकराघाट पर हुआ यंहा रंग थियेटर समूह
सागर के सदस्यों द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम साफ-सफाई का महत्व बताया
गया। रंग नाट्य समूह के निदेशक मनीष बोहरे के मुताबिक नुक्कड़ नाटक में बताया गया है कि यदि सब्जी देने वाले को सब्जी वाला,
दूध देने वाले को दूधवाला तो कचरा करने वाले को कचरावाला कहा जाए । कचरा कौन
करता है ? आप और हम । तो कचरा वाला कौन होगा आप और हम । अभी हो यह रहा है कि
जो सफाई करता है उसे कचरा वाला कहा जाता है।
Home
Art & Culture
Awareness
Street Show @Chakraghat: "कचरा-वाला"- कचरा उठाने वाला नहीं, फ़ैलाने वाला है,
Post A Comment: