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सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम रेल विकास निगम लिमिटेड(RVNL) की आर्डर बुक 65,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है, जिसमें से 50 प्रतिशत रेलवे से जुड़ी परियोजनाएं हैं।

कंपनी प्रबंधन ने निवेशक कॉल में कहा कि आरवीएनएल 
(RVNL) अब मध्य एशिया और संयुक्त अरब-अमीरात (UAE) के साथ पश्चिमी एशिया जैसे विदेशी बाजारों में नई-परियोजनाओं की संभावनाएं तलाश रही है।

शीर्ष प्रबंधन के अधिकारियों ने एक सवाल के जवाब में कहा, ''हमारे पास अब लगभग 65,000 करोड़ रुपये के ऑर्डर हैं। इनमें से 50 प्रतिशत रेलवे से जुड़े ऑर्डर हैं। शेष 50 प्रतिशत ऑर्डर हमें बाजार से मिले हैं। आने वाले समय में हमारी ऑर्डर बुक करीब 75,000 करोड़ रुपये होगी।'

अधिकारियों ने बताया कि कुल ऑर्डर बुक में वंदे भारत ट्रेन की हिस्सेदारी लगभग 9,000 करोड़ रुपये है। वहीं 7,000 करोड़ रुपये के ऑर्डर कई मेट्रो परियोजनाओं से संबंधित हैं। 

इसके अलावा कंपनीको विद्युतीकरण और पारेषण लाइन से संबंधित ऑडर भी मिले हैं। अधिकारियों ने कहा कि आरवीएनएल(RVNL) अन्य क्षेत्रों में भी विविधीकरण कर रही है और उसकी विदेशों परियोजनाओं पर नजर है। रेल मंत्रालय के तहत रेल विकास निगम लिमिटेड रेल बुनियादी ढांचे से संबंधित परियोजनाओं के विकास,वित्तपोषण और क्रियान्वयन का काम करती है।

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आरईसी लिमिटेड ने 35,000 करोड़ रुपये तक की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है। 

इन परियोजनाओं को अगले 5 वर्षों में आरवीएनएल पूरा करेगा। इन परियोजनाओं में मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स हब परियोजनाएं, रेल बुनियादी ढांचा परियोजनाएं, सड़क, बंदरगाह और मेट्रो परियोजनाएं शामिल हैं।

आरईसी के निदेशक (वित्त) श्री अजॉय चौधरी और आरवीएनएल के निदेशक (संचालन) श्री राजेश प्रसाद ने आरईसी के सीएमडी श्री वीके देवांगन, आरवीएनएल के निदेशक (वित्त) श्री संजीब कुमार, आरवीएनएल की डीपीई श्रीमती अनुपम बान, और आरईसी तथा आरवीएनएल के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।

ऊर्जा मंत्रालय के तहत 1969 में स्थापित महारत्न सीपीएसई- आरईसी लिमिटेड ऊर्जा-बुनियादी ढांचा क्षेत्र के लिए दीर्घकालिक ऋण और अन्य वित्त उत्पाद प्रदान करता है जिसमें उत्पादन, ट्रांसमिशन, वितरण, नवीकरणीय ऊर्जा और इलेक्ट्रिक वाहन, बैटरी स्टोरेज और ग्रीन हाइड्रोजन जैसी नई प्रौद्योगिकियां शामिल हैं। 

(REC) ने हाल ही में गैर-विद्युत अवसंरचना क्षेत्र में भी विविधता ला दी है, जिसमें सड़क और एक्सप्रेसवे, मेट्रो रेल, हवाई अड्डे, आईटी संचार, सामाजिक और वाणिज्यिक अवसंरचना (शैक्षिक संस्थान, अस्पताल), बंदरगाह तथा स्टील और रिफाइनरी जैसे विभिन्न अन्य क्षेत्र के लिए इलेक्ट्रो-मैकेनिकल (ई एंड एम) कार्य शामिल हैं। आरईसी की ऋण पुस्तिका के अनुसार, आरईसी ने 4,74,275 करोड़ रुपये से अधिक के ऋण दिए हैं।

आरवीएनएल (RVNL), रेल मंत्रालय के अधीन "अनुसूची 'ए' नवरत्न" केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम है, जो भारतीय रेलवे की लगभग 30 प्रतिशत बुनियादी ढांचा आवश्यकताओं को पूरा करता है और पीपीपी मॉडल के तहत बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के कार्यान्वयन में भी अग्रणी रहा है। 

रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) मुख्य रूप से रेलवे परियोजनाओं पर काम करता है और इसने सड़क, बंदरगाह, सिंचाई तथा मेट्रो परियोजनाओं में भी काम करना शुरू किया है, जिनमें से कई का रेलवे के बुनियादी ढांचे के साथ किसी न किसी तरह का जुड़ाव है।